सुप्रीम कोर्ट में याचिका, महात्मा गांधी को मिले भारत रत्न, जवाब सुनकर चौंक जाएंगे आप
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई एक याचिका में अपील की गई है कि महात्मा गांधी को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एस ए बोबडे ने याचिकाकर्ता से कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता हैं और वो ऐसे किसी भी औपचारिक सम्मान से काफी बड़े हैं।
हालांकि, अदालत की ओर से याचिकाकर्ता को कहा गया है कि वह इस मुद्दे को केंद्र सरकार के सामने उठा सकते हैं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने खुद इस मामले में केंद्र सरकार को निर्देश देने से इनकार कर दिया है।
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एस। ए। बोबडे ने कहा कि महात्मा गांधी के लिए भारत रत्न क्या है? वह भारत रत्न के सम्मान से काफी बड़े हैं। हम भी चाहते हैं कि उन्हें सम्मान मिलना चाहिए, लेकिन देश के लोग उन्हें किसी फॉर्मल सम्मान से कहीं ज्यादा मानते हैं।
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आपको बता दें कि भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। जो कि किसी भी व्यक्ति को देश में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए दिया जाता है। केंद्रीय गृह मंत्रालय इस की सिफारिश करता है, जिसके बाद भारत के राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित व्यक्ति को भारत रत्न दिया जाता है।
गौरतलब है कि भारत रत्न का सम्मान साल 1954 से दिया जा रहा है और अभी तक 48 नागरिकों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है। भारत सरकार ने पिछले साल ही तीन हस्तियों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा है। इनमें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गीतकार भूपेन हजारिका और समाजसेवी नानाजी देशमुख को भारत रत्न दिया गया था।
आपको बता दें कि महात्मा गांधी को Father of the Nation यानी राष्ट्रपिता का दर्जा प्राप्त है। आजादी के आंदोलन में देश की जनता को जोड़ने वाले महात्मा गांधी का सिर्फ देश ही नहीं पूरी दुनिया में सम्मान किया जाता है। 30 जनवरी, 1948 को महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।