सीएम योगी का एलान: गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे विकसित किए जाएंगे औद्योगिक क्लस्टर

शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक हब बनाने की योजना है, जिससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में नई जान आएगी। रविवार को निरीक्षण करने आए सीएम योगी ने यह बात कही।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गंगा एक्सप्रेसवे को फर्रुखाबाद, आगरा एक्सप्रेसवे व बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित किए जाएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। मुख्यमंत्री ने रविवार को शाहजहांपुर के जलालाबाद में गंगा एक्सप्रेसवे पर 3.50 किमी लंबी नवनिर्मित हवाई पट्टी का निरीक्षण किया। यहां पर दो और तीन मई को लड़ाकू विमानों की लैंडिंग कार्यक्रम की समीक्षा की।

उन्होंने गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता पर भी जोर दिया। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने बताया कि गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण का निर्णय 2019 के प्रयागराज कुंभ में लिया गया था। तय किया गया था कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को गंगा एक्सप्रेसवे के माध्यम से प्रयागराज तक जोड़ा जाएगा। इसे वर्ष 2020 में कैबिनेट से स्वीकृति मिलने के बाद तेजी से कार्यवाही को आगे बढ़ाया गया। यह 594 किलोमीटर लंबा, सिक्स लेन एक्सप्रेसवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को प्रयागराज से जोड़ने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। भविष्य में इसे आठ लेन का किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने बताया कि परियोजना के लिए 18,000 एकड़ भूमि किसानों से खरीदी गई है, जिसकी लागत 36,230 करोड़ रही। यूपीडा ने इस परियोजना में निवेश कर निर्माण कार्य कराया है। देश के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे के रूप में उभरते गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण चार पैकेजों में किया जा रहा है और इसका कार्य नवंबर, 2025 तक पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ के दृष्टिगत मेरठ से हरिद्वार, काशी, पूर्वांचल, गाजीपुर, शक्तिनगर एवं सोनभद्र तक भी कनेक्टिविटी परियोजनाएं विकसित की जाएंगी।

अन्य प्रांतों में भी मांग… योगी जैसी हो सरकार : सुरेश खन्ना
वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश में आठ वर्षों की सेवा से लोगों की सोच बदली है। उत्तर प्रदेश में विकास का पहिया घूमा है। अन्य प्रांतों में भी लोगों की मांग है कि योगी जैसी सरकार हो। शाहजहांपुर को 12 से अधिक विकास कार्यों की सौगात दी जा चुकी है।

दो नवंबर को गंगा एक्सप्रेसवे के लोकार्पण की तैयारी
मुख्य सचिव मनोज सिंह ने कहा कि 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ से हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज तक बना है। दो नवंबर को कार्य पूर्ण होने पर जनता के लिए लोकार्पण किया जाएगा। 36,230 करोड़ की लागत से बने गंगा एक्सप्रेसवे की कार्यदायी संस्था द्वारा 30 वर्ष की गारंटी होगी।

लैंडिंग के दौरान भी आवागमन नहीं होगा बाधित
कंक्रीट और सीमेंट की पांच किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी छह लेन की है। पट्टी के दोनों तरफ काफी चौड़ी पटरी है। जिसके बाद करीब ढाई मीटर चौड़ाई की ड्रेन तथा बाद में दस-दस मीटर चौड़ी दोनों तरफ रोड बनाई गई है। इमरजेंसी में होने वाली विमान लैंडिंग के दौरान वाहन दोनों तरफ बनाई गई इसी दस-दस मीटर चौड़ी सड़क से आ-जा सकेंगे। वाहन इस रोड को लांघकर पट्टी पर न चढ़ जाएं, इसके लिए ड्रेन बनी है।

जिले में जून में ही पूरा हो जाएगा निर्माण
गंगा एक्सप्रेसवे का शाहजहांपुर जिले में हो रहा काम जून में ही पूरा हो जाएगा। अभी तक यहां करीब 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। दो व तीन मई को प्रस्तावित विमान लैंडिंग के होने वाले कार्य के कारण निर्माण कंपनी एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड पिछले कुछ दिनों से जलालाबाद क्षेत्र में गांव खंडहर से चमरपुरकलां तक पांच किलोमीटर लंबी हवाई पट्टी व उससे जुड़ी अन्य व्यवस्थाएं पूरी करने में जुटी हुई है।

एक्सप्रेसवे पर गढ़ियारंगीन में रामगंगा नदी पर पुल, बरेली हाईवे पर गांव अतिबरा के पास तथा शाहजहांपुर हाईवे पर गांव उबरिया के पास फ्लाईओवर के अलावा अंडरपास और सर्विस रोड के छूटे कार्य पूरे किए जा रहे हैं। कलक्टरगंज के पास इंटरचेंज बनाने का काम चल रहा है। निर्माण कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट गोविंद सामी ने बताया कि 85 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूरा कर लिया गया है। दो-चार स्थानों पर बचे छोटे-छोटे कार्य पूरे किए जा रहे हैं। जून तक काम पूरा हो जाएगा।

कड़ी रही सुरक्षा व्यवस्था
गंगा एक्सप्रेसवे व हवाई पट्टी के निरीक्षण को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री का संक्षिप्त दौरा होने के बाद भी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था रही। हवाई पट्टी स्थल से करीब पांच किलोमीटर पहले ही चेकिंग प्वाइंट बनाए गए थे। बिना पास के मीडियाकर्मियों को भी इस प्वाइंट के आगे नहीं जाने दिया गया। आसपास गांवों के लोग भी कार्यक्रम स्थल की तरफ न पहुंचें, इसको लेकर गांवों की सीमा पर पुलिस की तैनाती की गई थी।

ये रहे मौजूद
शाहजहांपुर के सांसद अरुण कुमार सागर, राज्यसभा सदस्य मिथिलेश कुमार, महापौर अर्चना वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष ममता यादव, एमएलसी डॉ. सुधीर गुप्ता, जिलाध्यक्ष केसी मिश्रा, विधायक हरिप्रकाश वर्मा, डॉ. वीरविक्रम सिंह, अरविंद कुमार सिंह, डीसीबी अध्यक्ष डीपीएस राठौर, महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता, मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल, आईजी रेंज डॉ. राकेश सिंह, एडीजी बरेली जोन रमित शर्मा, डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह, एसपी राजेश द्विवेदी आदि।

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