सीएम अखिलेश ने ‘यूपी 100’ का किया उद्घाटन, अब 20 मिनट में रिस्पॉन्स करेगी पुलिस

यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने शनिवार को सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘यूपी 100’ का उद्घाटन किया। यूपी के 11 शहरों में एक साथ रात 8 बजे से यूपी 100 की सेवा शुरु होगी। यूपी 100 के जरिए 24 घंटे और 365 दिन प्रदेश में क्राइम कंट्रोल और शांति व्यवस्था बनाए रखने का काम किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस किसी भी घटना के सूचना मिलने पर तत्काल 20 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित को सहायता उपलब्ध कराएगी।
गौरतलब है कि यूपी 100 भी अमेरिका में चल रही डायल 911 सर्विस की तर्ज पर काम करेगा। दुनिया में सबसे स्मार्ट पुलिस का दर्जा स्कॉटलैंड की पुलिस ने हासिल किया है। वहां किसी क्राइम की सूचना मिलते ही 5 मिनट के अंदर पुलिस मौके पर पहुंच जाती है।
इसके साथ ही मुसीबत में फंसे लोगों को मदद और उनकी समस्या को निश्चित समय में सॉल्व किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के लागू होने के बाद इमरजेंसी की सिचुएशन में फोन करने पर सिर्फ 20 मिनट में पुलिस किसी भी स्थान पर पहुंचकर लोगों की मदद करेगी।
वहीं यूपी सरकार ने यूपी 100 को लेकर जो खाका तैयार किया है, उसके मुताबिक यूपी 100 का नेटवर्क पूरी तरह इंटरनेट और रोड मैपिंग पर बेस्ड रहेगा। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे के कंट्रोल रूम बाइ एयर ऑनलाइन रहेंगे। पूरे शहर को स्क्रीन के जरिए देखा जा सकेगा। जहां घटना होगी, वहां का लैंडमार्क और मैपिंग सैटेलाइट के जरिए लोकेट की जाएगी।
इसके अलावा पीड़ित व्यक्ति के कॉल करते वहां की लोकेशन तत्काल ली जाएगी। पीड़ित यूपी100 पर कॉल करेगा और उसके सबसे पास के कैमरे और लोकेशन को ट्रेस किया जाएगा। कंट्रोल रूम सबसे पास में मौजूद यूपी 100 की वैन में तैनात पुलिसकर्मियों को वायरलेस सेट पर सूचना देगा।
जिसके तुरंत बाद निश्चित टाइम पर पुलिस पीड़ित के पास मौके पर पहुंचेगी। पुलिस टीम पीड़ित को तुरंत राहत या सर्विस उपलब्ध कराएगी। यूपी 100 की टीम लोकल थाने की पुलिस को घटना की जानकारी देगी। इतना ही नहीं यूपी 100 के कंट्रोल रूम से पीड़ित के पास फीडबैक कॉल भी आएगी। उसके संतुष्ट होने के बाद कॉल पूरी मानी जाएगी, वरना पूरा प्रॉसेज दोबारा किया जाएगा।
बताते चलें कि डायल यूपी प्रोजेक्ट का आइडिया अमेरिका और सिंगापुर पुलिस की वर्किंग स्टाइल से कॉपी किया गया है। इन दोनों जगहों पर 2 दशक पहले तक क्राइम ग्राफ काफी ज्यादा था। रेप और लूट के साथ तस्करी का बड़ा कारोबार था। लेकिन वहां पुलिस की स्पेशल सर्विस की शुरुआत होने के बाद काफी हद तक क्राइम कंट्रोल हो गया।