सागर विश्वविद्यालय में समर स्कूल पाठ्यक्रम 02 जून से होंगे शुरू, जानें कब से होंगे रजिस्ट्रेशन?

डॉ. हरीसिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय सागर में इस बार जून 2025 में ग्रीष्मकालीन छुट्टियों के दौरान विद्यार्थियों, शिक्षकों, आम लोगों और प्रोफेशनल्स के लिए 2 से 4 हफ्तों की अवधि वाले 9 स्किल डेवलपमेंट कोर्स कराए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने इसके लिए पिछले सत्र में एक खास टीम ‘नवाचार एवं समर स्किल कार्यक्रम’ बनाई थी। पिछले साल पहली बार विश्वविद्यालय में जून के महीने में समर स्कूल कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

9 कोर्सों के पोस्टर जारी किए गए
विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने समर स्कूल 2025 कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए सभी 9 कोर्सों के पोस्टर जारी किए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में यह ज़रूरी बताया गया है कि कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे छात्रों को नौकरी से जुड़ी स्किल्स के साथ-साथ उनके व्यक्तित्व विकास पर भी खास ध्यान दिया जाए। यह समर स्कूल कार्यक्रम न सिर्फ शिक्षकों और छात्रों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी सीखने और सिखाने का एक अच्छा मौका है। इसका मकसद यह है कि छात्र अपनी नियमित पढ़ाई के अलावा अपनी रुचि के हिसाब से छोटे-छोटे कोर्स करके कुछ नया और काम का हुनर सीख सकें।

समर स्कूल 2025 का शुभारंभ के इस अवसर पर कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने 9 कोर्सेज के पोस्टर का विमोचन किया। इस पाठ्यक्रमों में फोटोग्राफी, रिमोट सेन्सिंग, पाईथन, विज्ञापन एवं दृश्य संचार, रिसर्च, भौतिक विज्ञान, प्रोग्रामिंग, साइबर ला, पेंटिंग एवं शारीरिक शिक्षा जैसे विषयों से संबंधित पाठ्यक्रम चलाए जाएंगे।

विनोद कुमार भारद्वाज ने दी जानकारी
इस मौके पर समर स्कूल 2025 कार्यक्रम के अध्यक्ष और भूगोल विभागाध्यक्ष प्रो. विनोद कुमार भारद्वाज ने बताया कि इन सभी 9 कोर्सों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। इच्छुक लोग रजिस्ट्रेशन के लिए दिए गए क्यूआर कोड या लिंक का इस्तेमाल कर सकते हैं। कोर्स की पूरी जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।

रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 12 मई से शुरू होगी और आखिरी तारीख 31 मई रहेगी। 1 जून को सभी कोर्सों का एक साथ उद्घाटन कार्यक्रम होगा और 2 जून से क्लासेस शुरू हो जाएंगी। हर कोर्स के लिए एक कोर्स कोऑर्डिनेटर और उसका मोबाइल नंबर भी दिया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर जानकारी या मदद ली जा सके। प्रो. भारद्वाज ने यह भी बताया कि कोर्स पूरा करने वाले प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।

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