सागर और पहाड़ो के बीच एडवेंच ट्रिप करनी हो तो जाएं कर्नाटक के ‘कुद्रेमुख’…
वैसे तो पहाड़ों का सफर होता ही रोमांचक है लेकिन सोचिए अगर पहाड़ से आपको सागर भी देखने को मिले तो कितना खूबसूरत दृश्य होगा। यानी कि एक तरफ आप ऊंचाई माप रहे हैं और दूसरी तरफ दूर तक फैला सागर। कितना रोमांचक होगा यह सफर। तो आइए जानते हैं कर्नाटक में बसी इस खूबसूरत जगह की एडवेंचर ट्रिप के बारे में। जहां से आपको प्रकृति के तमाम रंग नजर आएंगे। कभी इस जगह की खूशबू आपका दिल जीत लेगी तो कभी यहां के नजारे….
‘कुद्रेमुख’ कहने को तो कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले का एक छोटा सा हिल स्टेशन है। लेकिन यहां बसी कॉफी, चाय और इलायची की खुशबू विदेशों तक फैली है। यहां हर साल लाखों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं।
यहां आने वाले सैलानियों की ट्रिप लिस्ट में ‘कुद्रेमुख’ की ट्रैकिंग टॉप पर होती है। इसका रीजन यहां का खूबसूरत नजारा है। ‘कुद्रेमुख’ चोटी पर पहुंचते ही आपको अरब सागर का किनारा दिखाई देने लगता है। ढलते सूरज की सागर पर पड़ती रोशनी इस ट्रैकिंग को और भी रोमांचक बना देती है। यही वजह है कि इस जगह को ‘ट्रैकिंग का स्वर्ग’ कहा जाता है।
कब जाएं
कुद्रेमुख में मई, जून और जुलाई के माह में जाने के लिए अनुमति नहीं दी जाती। इसके पीछे पर्यटन विभाग का कहना है कि इस दौरान जंगल में आग लगने की घटनाएं आम हो जाती हैं। ऐसे में इस जगह पर जाने के लिए मनाही है। इसके अलावा साल के अन्य महीनों में आप कभी भी इस खूबसूरत सी जगह की ट्रिप प्लान कर सकते हैं।
कैसे जाएं
कुद्रेमुख जाने के लिए अगर आप मंगलोर से बस या टैक्सी ले सकते हैं। बता दें कि मंगलोर से कुद्रेमुख की दूरी तकरीबन 120 किलोमीटर है।