‘सांस तो लेना ही पड़ेगा’, उनका 75 वां बर्थडे, जानें उनके सुपरहिट यादें

मुंबई। 11 अक्तूबर को सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का बर्थडे होता है। इस साल बिग बी अपना 75 वां जन्मदिन मना रहे हैं। बता दें कि अमिताभ बच्चन फिलहाल मुंबई में नहीं हैं, वो अपनी पूरी फ़ैमिली के साथ मालदीव रवाना हो चुके हैं। छुट्टी पर जाने से पहले उन्होंने टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ (KBC) के दस एपिसोड्स शूट कर दिए हैं। 'सांस तो लेना ही पड़ेगा', उनका 75 वां बर्थडे, जानें उनके सुपरहिट यादें

अमिताभ बच्चन यह पहले ही कह चुके हैं कि वो इस साल अपना बर्थडे और दिवाली सेलिब्रेट नहीं करने वाले। बावजूद इसके फैंस की ग्रीटिंग्स उन तक पहुंच रही हैं और वो अपने चाहने वालों के प्यार से गदगद भी हैं। ट्वीटर पर इस बाबत उन्होंने सबको शुक्रिया अदा करते हुए एक ट्वीट भी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे बर्थडे पर जो प्यार मुझे मिल रहा है इनके लिए सिर्फ थैंक्यू कहना काफी नहीं होगा!

 

साथ ही अमिताभ बच्चन थोड़े दार्शनिक अंदाज़ में भी नज़र आ रहे हैं। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा कि “नियति ने एक और वर्ष दे दिया है – सांस लेने के लिए। नियति का निर्णय, आशीर्वाद। सांस तो हमें ही लेना पड़ेगा।” अमिताभ बच्चन यहीं नहीं रुके उन्होंने सांस लेने की वजह भी बता दी। बिग बी आगे लिखते हैं कि- ‘बिना परिश्रम के सांस नहीं ली जा सकती।’

 

बहरहाल, अमिताभ बच्चन एक किवंदती हैं। उनकी तारीफ़ में ऐसा कोई ही स्टार या सुपरस्टार होगा जो नतमस्तक न हो जाता हो। ‘एंग्री यंग मैन’ से लेकर बूढ़े पिता तक के किरदार में जान डाल देने वाले अमिताभ बच्चन ने बड़े पर्दे से लेकर छोटे पर्दे तक एक ऐसी लकीर खींच दी है, जिस पर पैर रखना भी हर किसी के बूते की बात नहीं।

 

बच्चन के फ़िल्मों की तरह ही उनके कुछ डायलॉग्स भी बेहद पॉपुलर हुए। ‘शोले’ फ़िल्म का उनका मज़ाकिया भरा एक संवाद -‘तुम्हारा नाम क्या है बसंती’ को ही देख लीजिये। यह डायलॉग हर किसी के ज़ुबान पर रहता है, जिसने यह फ़िल्म देखी है। आइये जानते हैं अमिताभ बच्चन की 75 वीं बर्थडे पर उनके 10 सुपरहिट डायलॉग्स..

* हम भी वो हैं जो कभी किसी के पीछे खड़े नहीं होते, जहां खड़े हो जाते हैं लाइन वहीं शुरु होती है। (फ़िल्म- कालिया)

* विजय दीनानाथ चौहान पूरा नाम, बाप का नाम दीनानाथ चौहान, मां का नाम सुहासिनी चौहान, गांव मांडवा, उमर 36 साल, नौ महीना आठ दिन सालवां घंटा चालू है। (फ़िल्म- अग्निपथ)

* तुम लोग मुझे ढूंढ रहे हो और मैं तुम्हारा यहां इंतजार कर रहा हूं… इसे अपनी जेब में रख ले पीटर, अब ये ताला मैं तेरी जेब से चाबी निकाल कर ही खोलूंगा। – (फ़िल्म- दीवार)

* हां, मैं साइन करूंगा, लेकिन… जाओ पहले उस आदमी का साइन लेकर आओ जिसने मेरे हाथ में ये लिख दिया था, उसके बाद ….. (फ़िल्म- दीवार)

* मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता। (फ़िल्म- दीवार)

* दैट आई कैन अंग्रेज लीव बिहाइंड, आई कैन टॉक इंग्लिश, आई कैन वॉक इंग्लिश, आई कैन लॉफ इंग्लिश, बिकोज इंग्लिश इज ए वैरी फन्नी लैंग्वेज! (फ़िल्म- नमक हलाल)

* जब तक बैठने का ना कहा जाए शराफत से खड़े रहो, ये पुलिस स्टेशन है, तुम्हारे बाप का घर नहीं, इसीलिए सीधी तरह खड़े रहो। (फ़िल्म- जंजीर)

* डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। (फ़िल्म- डॉन)

* मुझे जो सही लगता है मैं करता हूं, फिर चाहे वो भगवान के खिलाफ हो, कानून के खिलाफ हो या पूरे सिस्टम के खिलाफ! (फ़िल्म- सरकार)

* परंपरा, प्रतिष्ठा, अनुशासन! ये इस गुरुकुल के तीन स्तंभ हैं। ये वो आदर्श हैं जिनसे हम आपका आने वाला कल बनाते हैं। (फ़िल्म -मोहब्बतें)

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