अभी अभी: सहारनपुर में फिर भड़की हिंसा, सीएम योगी ने भेजी पूरी टीम
मंगलवार को बसपा चीफ मायावती के सहारनपुर दौरे के बाद एक बार फिर हिंसा भड़क गई और एक युवक की देर रात हत्या कर दी गई। शब्बीरपुर में मायावती का कार्यक्रम खत्म होने के बाद बड़गांव थाना क्षेत्र जातीय हिसा की चपेट में आ गया। पुलिस ने ताजा मामले में अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी एस दुबे ने इसकी पुष्टि की है।
जानकारी के अनुसार मायावती के आने के बाद जोश में आए दलित युवाओं ने ठाकुरों के घरों व गलियों में पथराव करते हुए जमकर बवाल काटा। घरों में आगजनी कर महिलाओं से दुष्कर्म का प्रयास तक किया। प्रतिशोध में नकाबपोश युवकों ने दो स्थानों पर डेढ़ दर्जन से अधिक दलितों पर तलवार से ताबड़तोड़ हमले किये। देर रात दो युवकों को दलित समझकर गोली मारकर उनमें से एक व्यक्ति की हत्या कर दी, जबकि दूसरे की हालत गंभीर बनी हुई है।
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देर शाम बसपाइयों ने जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जमकर तोड़फोड़ व हंगामा किया। पुलिस के अनुसार, मंगलवार को गांव शब्बीरपुर में बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के आने से जोश में आए भीम आर्मी से जुड़े दलित युवकों ने ठाकुरों के पांच घरों पर पथराव कर बिटोरों में आग लगा दी। गलियों में भी जमकर पथराव किया। डीएम एनपी सिह व एसएसपी सुभाष चंद दुबे मौके पर पहुंचकर पीड़ितों से बात कर रहे थे कि तभी पांच और ठाकुरों के घरों में आग लगाने की सूचना मिली।
दमकल बुलाकर आग पर काबू पा लिया गया। ठाकुर समाज की महिलाओं ने डीएम-एसएसपी का घेराव कर भीम आर्मी कार्यकर्ताओं द्वारा दुष्कर्म के प्रयास की भी शिकायत की। बाद में इसकी प्रतिक्रिया भी हुई। मायावती के जाते ही शब्बीरपुर के समीप के गांव चंदपुरा में नकाबपोश युवकों ने बसपा का झंडा लगी सरसावा के गांव सुवाहेड़ी से आई बुलेरो को रोक कर फूल सिह समेत चार बसपाइयों को तलवार से घायल कर दिया जबकि अकबर को गोली मार दी। उधर, हलालपुर गांव के पास भी गाड़ी रोककर गांव सुवाहेड़ी के आशीष, सचिन को गोली मारी गई जबकि नर सिह समेत आठ लोगों पर तलवार से हमला किया गया।
पुलिस ने सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नानौता भेजा, जहां डाक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया। बाकी सभी को गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल भेजा गया। वहां से अकबर को हायर सेंटर रेफर किया गया। हमलों का पता चलते ही दलित पत्थर व लाठी डंडे लेकर घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। पर पुलिस ने किसी को आगे नहीं जाने दिया। यहां पुलिस मोर्चा संभाल रही थी कि आसपास के गांव में दलित व ठाकुर सड़कों पर आमने-सामने आ गए। बड़गांव, शब्बीरपुर, चन्द्रपुरा, महेशपुरा आदि गांव में बाजार बंद हो गए। बड़गांव में लोगों ने सड़कों पर वाहनों को रोककर राहगीरों से मारपीट की।
योगी ने भेजी अफसरों की टीम
स्थिति को बिगड़ता देख सीएम योगी ने लखनऊ से चार बड़े अफसरों की टीम सहारनपुर के लिए रवाना की है। इसके अलावा आसपास के जिलों से पीएसी कमांडो भी भेजे गए हैं। बड़गांव व आसपास के गांवों में हालात बेकाबू होते देख मुजफ्फरनगर के एसएसपी बबलू कुमार को बड़गांव में तैनात का दिया गया है। उधर, देर रात तक सहारनपुर शहर की सड़कों पर जगह-जगह दलितों का जमावड़ा था। शहर में अनहोनी की आशंका से दहशत बनी हुई है। हिंसाग्रस्त इलाका पुलिस छावनी बना देने के बावजूद हालात बेहद तनाव पूर्ण हैं। एडीजी मेरठ जोन आंनद कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर हैं। आरएएफ, पीएसी व आसपास के जनपदों से भारी पुलिस बल बुलाया गया है।
यह हुआ था पांच मई को
महाराणा प्रताप जयंती समारोह को लेकर गत पांच मई को गांव शब्बीरपुर में दलित व राजपूतों के बीच संघर्ष हुआ था। तब दलितों के करीब 57 घरों में आगजनी की गई। एक दर्जन से अधिक लोग हमले में घायल हो गये थे, जबकि राजपूत पक्ष के युवक सुमित की मौत हो गई थी।