सफर को यादगार बनाने के लिए प्लानिंग करते वक्त याद रखें ये 5 टिप्स

क्या आप भी अक्सर अपनी ट्रिप को इस तरह प्लान कर लेते हैं कि सफर मस्ती से ज्यादा थकान से भर जाता है? अगर हां तो जरूरत है कुछ स्मार्ट ट्रिप प्लानिंग टिप्स (Travel Tips) सीखने की। इन टिप्स की मदद से आप अपनी ट्रिप को एकदम आरामदायक और मजेदार ढंग से प्लान कर सकते हैं।
क्या आप कभी ऐसे ट्रिप पर गए हैं, जो बिल्कुल भी वैसी नहीं रही, जैसी आपने सोची थी? कहीं ज्यादा समय लगा, कहीं कम, या फिर आराम करने का कोई मौका ही नहीं मिला। अगर आपका जवाब हां है, तो समस्या आपकी प्लानिंग में है। ट्रैवल करते वक्त सही प्लानिंग करना बेहद जरूरी है।
एक अच्छी आइटिनियरी सिर्फ जगहों की लिस्ट नहीं होती, बल्कि यह आपके सफर को आसान, आरामदायक और यादगार बनाने का एक ब्लूप्रिंट होती है। आइए जानते हैं ऐसी ही 5 खास टिप्स जो आपकी अगली ट्रिप को परफेक्ट बना देंगी।
रियलिस्टिक गोल्स रखें
सबसे बड़ी गलती यह होती है कि हम सीमित समय में ज्यादा से ज्यादा जगहें घूमने का दबाव बना लेते हैं। इससे ट्रैवल थकावट भरी और हड़बड़ी भरी हो जाती है। इसके बजाय, ‘क्वालिटी ओवर क्वांटिटी’ के प्रिंसिपल को अपनाएं। एक दिन में ज्यादा से ज्यादा 2-3 मेन एक्टिविटीज ही प्लान करें। एक शहर के सभी म्यूजियम एक ही दिन में देखने के बजाय, उन्हें अलग-अलग दिनों में बांट दें। हर एक जगह के लिए समय डिवाइट करें और बीच में आराम के लिए भी वक्त निकालें।
समय और जगह को स्मार्टली प्लान करें
आपकी आइटिनियरी में सिर्फ टूरिसट स्पॉट्स की ही नहीं, बल्कि ट्रांसपोर्ट और होटल के लॉजिस्टिक्स की भी प्लानिंग होनी चाहिए। होटल या स्टे की बुकिंग ऐसी जगह से करें जहां से ट्रांसपोर्ट आसानी से उपलब्ध हो और शहर के मुख्य टूरिस्ट स्पॉट्स से ज्यादा दूर भी न हो। इससे आपके पैसे और दोनों बचेंगे। साथ ही, एक शहर से दूसरे शहर जाने के लिए ट्रेन या फ्लाइट का समय ऐसा रखें जिससे आपको चेक-इन/चेक-आउट का टेंशन न हो।
बफर टाइम जरूर रखें
हर ट्रिप बिल्कुल उसी तरह नहीं होती जैसा हम सोचते हैं। ट्रैफिक, मौसम की मार, या किसी जगह पर ज्यादा समय बीत जाना आम बात है। ऐसे में अगर आपकी प्लानिंग में हर एक्टिविटी के बीच में थोड़ा एक्स्ट्रा टाइम यानी बफर टाइम हो, तो यह आपको स्ट्रेस से बचाता है। अगर आपको लगता है कि एक म्यूजियम घूमने में 2 घंटे लगेंगे, तो उसके लिए ढाई घंटे का समय दें। यह एक्स्ट्रा समय देरी, लंबी लाइनों, या अचानक मिली किसी खूबसूरत जगह पर फोटो खींचने के काम आ सकता है।
रिसर्च करें
किसी भी जगह की सच्ची खूबसूरत उसकी संस्कृति और स्थानीय लोगों में छुपी होती है। सिर्फ टूरिस्ट स्पॉट्स तक सीमित रहने से आप वहां के असली स्वाद को मिस कर सकते हैं। अपनी प्लानिंग में लोकल मार्केट, स्ट्रीट फूड्स, कोई कम्युनिटी इवेंट या किसी वर्कशॉप को जरूर शामिल करें। ऑनलाइन ब्लॉग्स पढ़ें, लोकल इन्फ्लुएंसर्स को फॉलो करें और पता करें कि वहां का कोई स्पेशल फेस्टिवल या मेला तो नहीं चल रहा। यह अनुभव आपकी ट्रिप को और भी यादगार बना देगा।
प्लानिंग को लेकर फ्लेक्सिबल रहें
कोई भी आइटिनियरी सिर्फ एक गाइडलाइन होती है। कोई रूल बुक नहीं। अगर आप थक गए हैं, तो किसी प्लान को कैंसिल करने में झिझकें नहीं। ट्रिप का मकसद खुद को थकाना नहीं, बल्कि एन्जॉय करना है। कुछ समय सिर्फ आराम करने, होटल की बालकनी में बैठकर चाय पीने, या बिना किसी डेस्टिनेशन के आस-पास टहलने के लिए भी निकालें।