संपत्ति विवाद में युवक की हत्या, 10 हजार में पत्नी ने शूटर किया था हायर, ये रहा पूरा मामला

पारिवारिक कलह और संपत्ति विवाद ने एक और परिवार को तबाह कर दिया। नालंदा जिले के चंडी थाना क्षेत्र में बीते 27 मार्च को हुई एक दर्दनाक घटना में 40 वर्षीय टेंपो चालक चंडी के गोपी विगहा निवासी धर्मवीर यादव की निर्मम हत्या मामले का चंडी पुलिस ने खुलासा किया है। अधिकारियों के अनुसार, इस हत्याकांड के पीछे उनकी पत्नी और बेटे का हाथ है, जिन्होंने महज 10,000 रुपये में एक शूटर को हायर करके अपने ही परिवार के मुखिया की हत्या करवा दी।
हिलसा डीएसपी-1 के प्रभारी रंजन कुमार ने बताया कि घटना सैदवरही गांव के समीप हुई थी। जहां अपराधियों ने धर्मवीर यादव के सिर, कंधा, पेट और कमर में चार गोलियां दागीं, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी। तकनीकी और मानवीय अनुसंधान के बाद पुलिस ने मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपियों में नालंदा जिले के छबीलापुर थाना क्षेत्र के केसरी बिगहा निवासी स्वर्गीय राजू प्रसाद का पुत्र धीरज कुमार, जो वर्तमान में पटना जिले के मसौढ़ी थाना क्षेत्र में रह रहा था तथा मसौढ़ी निवासी विवेक कुमार एवं सत्य प्रकाश भारती शामिल हैं। पुलिस ने शूटर के पास से बुलेट मोटरसाइकिल और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
पारिवारिक विवाद की जड़
जांच में सामने आया है कि पिछले 16 वर्षों से धर्मवीर की पत्नी मनीता देवी अपने बेटे और बेटियों के साथ अपने मायके में रह रही थी। पति-पत्नी के बीच संपत्ति को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जिसका मामला हिलसा न्यायालय में लंबित था। सूत्रों के अनुसार, 16 साल पूर्व मनीता देवी पर बदचलन होने का आरोप लगा था, जिसके बाद वह अपने मायके में ही रहने लगी थी। बेटा भी यही चाहता था कि किसी तरह उसके पिता की मौत हो जाए, ताकि सारी संपत्ति उसे मिल सके। हालांकि, धर्मवीर अपने बेटे को कई बार अपने साथ रहने के लिए कहते थे। लेकिन बेटा पिता के बजाय मां के साथ ही रहता था। इस हत्याकांड में शामिल मुख्य शूटर धीरज कुमार मृतक के दामाद का भाई है, जिसने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है।
27 मार्च को न्यायालय में तारीख से लौटने के बाद मनीता देवी और उनके पुत्र ने शूटर के लिए “लाइनर” की भूमिका निभाई और धर्मवीर की हत्या करवा दी। फिलहाल, महिला और उसका पुत्र दोनों फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। इस हत्याकांड के उद्भेदन में चण्डी थाना अध्यक्ष सुमन कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर सत्यम चंद्रवंशी और डीआईयू की पुलिस टीम शामिल रही।