शशिकला बनेंगी नई CM, चुनी गईं AIADMK विधायक दल की नेता

पन्नीरसेल्वम द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद तमिलनाडु की राजनीति में चल रही अटकलबाजियों को विराम मिल गया है। चेन्नई में पार्टी दफ्तर में हुई अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की बैठक में शशिकला नटराजन को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया और इसके साथ ही उनके मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया।
मुख्यमंत्री पन्नीरसेल्वम ने ही उनके नाम का प्रस्ताव पेश किया था।
इससे पहले खबर आ रही थी कि एआईएडीएमके महासचिव पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद पार्टी में उपजे सत्ता के दो केंद्रों के विवाद को खत्म करना चाहती है ‘
शशिकला नटराजन थेवर समुदाय से ताल्लुक रखती हैं और उन्हें जयललिता के करीबी लोगों में गिना जाता था। जयललिता के जीवन में वो परदे के पीछे से पार्टी का काम देखती रही थी। एक समय ऐसा था जब ऐसा भी कहा जाता था कि जयललिता के हर फैसले के पीछे शशिकला का हाथ होता था। दोनों के रिश्तों में कई बार अनबन भी हुए।
बर्खास्त नेता शशिकला पुष्पा की शिकायत पर EC ने वीके शशिकला से मांगा जवाब
आपको बता दें कि वीके शशिकला को अन्नाद्रमुक का महासचिव चुने जाने के खिलाफ पार्टी की बर्खास्त नेता शशिकला पुष्पा की शिकायत पर केंद्रीय चुनाव आयोग ने जवाब तलब किया है।आयोग के आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को बताया, शशिकला पुष्पा ने शिकायत की है कि वीके शशिकला का चुनाव तय प्रक्रिया के मुताबिक नहीं था और यह अलोकतांत्रिक तरीके से किया गया था। सूत्रों ने ज्यादा जानकारी तो नहीं दी, लेकिन इतना जरूर बताया कि अन्नाद्रमुक से शिकायत का जवाब देने के लिए कहा गया है, लेकिन इसकी कोई समयसीमा तय नहीं की गई है क्योंकि यह ‘नोटिस’ नहीं है।
जयललिता की भतीजी ने की तख्तापलट से तुलना
जयललिता की भतीजी दीपा माधवन ने मीडिया से बातचीत करते हुए शशिकला की संभावित ताजपोशी की तुलना सेना के तख्तापलट से की है। जयललिता की भतीजी ने कहा कि तमिलनाडु के लोग यह फैसला स्वीकार नहीं करेंगे। यह बहुत ही गलत निर्णय होगा बिल्कुल सेना के तख्तापलट जैसा। आपको बता दें कि शशिकला ने एक दिन पहले ही कुछ पूर्व मंत्रियों को पार्टी में विभिन्न पदों पर उन लोगों को नियुक्त किया हैं जिन्हें पार्टी प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता ने बर्खास्त कर दिया था।