विवेक तिवारी हत्याकांड मामले से गृह मंत्रालय में मचा हड़कंप, राजनाथ सिंह ने सीएम योगी से की बात

लखनऊ. एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या ने केंद्र सरकार को भी हिला कर रख दिया है। प्रदेश व देशभर से यूपी पुलिस व सरकार की हो रही कड़ी आलोचना ने गृह मंत्रालय को भी चिंता में ठाल दिया है व कोई ठोस कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। इसको पूरे घटनाक्रम को देेखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री और लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी डीजीपी ओपी सिंह से बातचीत की है। उधर यूपी सरकार ने इस मामले में एसआईटी जांच के आदेश दे दिए हैं।
राजनाथ सिंह से मामले पर सवाल पूछे जाने पर सीएम योगी ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि मामले में न्यायसंगत कार्रवाई होगी और प्रभावी जांच भी चल रही है। साथ ही वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जरूरत पड़ने पर सीबीआई जांच की बात कही है।
मंत्री ने कहा- फिर दर्ज होगी एफआईआर:
इससे पहले यूपी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि इस मामले में एफआईआर दोबारा लिखी जाएगी। तकनीकी और चिकित्सा क्षेत्र में कैबिनेट मंत्री आशुतोष टंडन का कहना है कि विवेक हत्याकांड की तहकीकात गोमती नगर की पुलिस नहीं करेगी। दोबारा एफआईआर लिखवाई जाएगी और कोई अन्य पुलिस स्टेशन इस मामले की तहकीकात करेगा। डीएम ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और एसआईटी टीम भी गठित करा दी गई है।
सरकार ने दी 25 लाख की आर्थिक सहायत व नौकरी देने का ऐलान-
वहीं देर शाम योगी सरकार ने मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व पत्नी को नौकरी देने की घोषणा की है। डीएम कौशलराज शर्मा ने एक बयान में बताया है कि शासन की ओर से परिजनों को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व मृतक की पत्नी को नगर निगम में नौकरी देने की घोषणा की है। डीएम ने कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच की मांग भी मान ली गई है और जांच की संस्तुति का प्रस्ताव भी भेज दिया गया है।
अखिलेश ने दिया यह बयान-
मामले में सियासत भी गर्माती दिख रही है। अखिलेश यादव ने विवेक की मौत पर शोक प्रकट करते हुए परिवारजनों को 5 करोड़ की आर्तिक सहायता देने की बात कही है। साथ ही कहा है कि यूपी सरकार की परिवार की ज़िम्मेदारी क्या होती है, ये बात परिवारवाले ही जानते हैं। दुख की इस घड़ी में हम शोकाकुल परिवार के साथ खड़े हैं।

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