वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट भाषण जारी, जानिए अब तक की बड़ी घोषणाएं

मोदी सरकार 2.0 का दूसरा आम बजट पेश कर दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट भाषण पढ़ रही हैं। आर्थिक मोर्च पर डावांडोल होती स्थिति के बीच हर वर्ग को इस बजट से बड़ी उम्मीदे हैं। किसानों और मध्यमवर्ग के लिए सरकार बड़ी घोषणाएं कर सकती हैं। आयकर की छूट सीमा बढ़ाने पर सभी की नजर है। पढ़िए बजट से जु़ड़ी हर अपडेट –
केंद्र सरकार का ऋण घटकर अब 48.7 फीसदी पर आ गया है। इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है- उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज।
देश में पानी की कमी वाले 100 जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
FM Nirmala Sitharaman #Budget2020: Our government is proposing comprehensive measures for 100 water-stressed districts in the country. pic.twitter.com/24PdhZItet
— ANI (@ANI) February 1, 2020
6.11 करोड़ किसानों को बीमा लाभ। किसानों को इस बात के लिए शिक्षित किया जा रहा है कि वे पानी और उर्वरकों का इस्तेमाल संतुलित तरीके से करें। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी।
जमीन की देखभाल करने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। भारत में 192 मिट्रिक टन कोल्ट स्टोरेज की क्षमता है।
किसानों के पम्प सौर ऊर्जा से चलाएगी सरकार। कम पानी की फसलों को प्रमोट करेगी।
किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं
किसानों के लिए 16 एक्शन पॉइंट तय किए गए हैं। सबसे पहले हम उन राज्य सरकारों को मदद करेंगे जो किसानों को मदद करेंगे। पानी की किल्लत को दूर करने के लिए व्यापक कदम उठाए जाएंगे। अन्नदाता को ऊर्जादाता के रूप में विकसित करेंगे। इसके लिए किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए प्रोत्साहित करेंगे।
16 एक्शन पॉइंट बनाए गए हैं, जिन पर सरकार राज्यों के साथ मिलकर काम करेगी।
3 मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित है बजट स्वास्थ्य, शिक्षा और नौकरी। हमने किसानों के लिए कई काम किए हैं।
ग्रामीण क्षेत्र से शुरू करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि हम किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं।
डिजिटल क्रांति के कारण भारत एक निर्णायक स्थिति में है। डिजिटल सेवाओं के जरिये लोगों का जीवन स्तर सुधर रहा है। हम डिजिटल सेवाओं कोअंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएंगे।
निर्मला सीतारमण ने कश्मीरी भाषा में एक कविता पढ़ी, जिसका हिंदी अर्थ था –
हमारा वतन खिलते हुए शालीमार बाग जैसा, डल झील में खिलते हुए कमल जैसा, नव-जवानों के गर्म खून जैसा, मेरा वतन तेरा वतन हमारा वतन, दुनिया का सबसे प्यापा वतन
यह कविता दिनानाथ कौल ने लिखी थी, जिन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार मिल चुका है।
जीएसटी लागू करना सरकार का ऐतिहासिक फैसला था। इससे टैक्स का जाल खत्म हुआ है। अब हम सबके लिए आर्थिक विकास की नीति पर काम कर रहे हैं। निजी क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा मौके मिलेंगे। कार्यकुशलता से हमारा समाज बेहतरीन होगा।
जीएसटी लागू करना सरकार का ऐतिहासिक फैसला था। इससे टैक्स का जाल खत्म हुआ है। अब हम सबके लिए आर्थिक विकास की नीति पर काम कर रहे हैं। निजी क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा मौके मिलेंगे। कार्यकुशलता से हमारा समाज बेहतरीन होगा।
बजट के तीन आधार
देश के हर वर्ग की आकांक्षा का पूरा करना
आर्थिक विकास पर जोर देना
डिजिटल क्रांति पर जोर
सरकार ने महंगाई पर काबू पाया है। लोगों को गरीबी रेखा से ऊपर लाया गया है।
हमने देश के लिए सबकुछ समर्पित किया, यह देश की आकांक्षाओं का बजट है। सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास से कार्यक्रमों का क्रियान्वयन हुआ, कहा वित्त मंत्री ने
इकोनॉमी के फंडामेंटल काफी मजबूत, सरकार महंगाई को काबू करने में कामयाब रही: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
स्वच्छ जल लोगों को उपलब्ध करवाया गया, उज्ज्वला के जरिए घरों तक रसोई गैस पहुंचाई गई, आयुष्मान योजना से स्वास्थ्य सुधारा गया है।
60 लाख नए करदाता जुड़े हैं। जीएसटी से टैक्स में कमी आई है। सरकार की योजनाों से गरीबों और वंचितों को लाभा मिला है।
वित्त मंत्री ने कहा, इंस्पेक्टर राज खत्म हुआ है। महंगाई पर काबू पाने में सरकार सफल रही है।
वित्त मंत्री ने जीएसटी को एतिहासिक कदम बताया और कहा कि यह सही दिशा में आगे बढ़ेगा और देश को एक करने का काम करेगा। जीएसटी के अच्छे नतीजे देखने को मिले हैं।
निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण की शुरुआत में पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को याद किया और उन्हें जीएसटी जैसे बड़े आर्थिक सुधार के लिए जिम्मेदार बताया।
निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण की शुरुआत में पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली को याद किया और उन्हें जीएसटी जैसे बड़े आर्थिक सुधार के लिए जिम्मेदार बताया।
5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की नींव रखने वाला बजट है।
देश का हमारी आर्थिक तरक्की पर भरोसा है। इस बजट का उद्देश्य सभी की इच्छाओं का पूरा करना है।
वीडियो में देखिए निर्मला सीतारमण का पूरा बजट भाषण