लोकसभा चुनाव 2019 : बीजेपी की वेबसाइट 10 दिन से बता रही है जल्द वापस लौटेंगे !

नई दिल्ली। देश में लोकसभा चुनाव 2019 का बिगुल बज चुका है। इसी बीच बीते पांच मार्च को भारतीय जनता पार्टी (बीजपी) की वेबसाइट अचानक बंद हो गई। इसके बाद बीजेपी की वेबसाइट का एक स्क्रीनशाट सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल का मीम लगाते हुए कुछ अपशब्द लिखे गए थे।
कांग्रेस पार्टी की आईटी हेड ने दावा किया कि बीजेपी की वेबसाइट हैक , बीजेपी ने था नकारा
कांग्रेस पार्टी की आईटी हेड दिव्यांदना स्पंदना ने दावा किया कि बीजेपी की वेबसाइट हैक कर ली गयी है। अगले दिन भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने मीडिया को बताया कि वेबसाइट हैक नहीं हुई है, बल्कि कुछ ‘तकनीकी खराबी’ आई है, जिसे दुरुस्त किया जा रहा है। तब मालवीय का यह भी कहना था कि कुछ ही देर में वेबसाइट शुरू कर दी जायेगी।
डिजिटल इंडिया समिट’ में केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वेबसाइट बीते सप्ताह कुछ मिनटों के लिए हुई थी हैक
बीजेपी की आईटी हेड अमित मालवीय के इस बयान के 10 दिन बाद भी भाजपा की आधिकारिक वेबसाइट आज तक शुरू नहीं हुई है। इसे खोलने पर अभी भी यह लिखा दिख रहा है कि हम जल्द ही वापस लौटेंगे! असुविधा के लिए खेद है। बीजेपी की वेबसाइट सुधारने की कोशिश जारी है। एक हफ्ते बाद भी वेबसाइट दुरुस्त न हो पाने के चलते भाजपा विपक्षी पार्टियों के निशाने पर भी आ गई। तमाम सवाल उठने और किरकिरी होने के बाद बीते मंगलवार को भाजपा ने स्वीकार किया कि वेबसाइट हैक हुई थी। ‘डिजिटल इंडिया समिट’ में केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वेबसाइट बीते सप्ताह कुछ मिनटों के लिए हैक हुई थी। साइट एक हफ्ते से ज्यादा समय से मेंटीनेंस मोड में है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वह सही कब तक हो जाएगी।
कोई वेबसाइट हैक होने के चंद घंटे बाद ही सही काम करने लगती है
आम तौर पर देखा जाता है कि कोई वेबसाइट हैक होने के चंद घंटे बाद ही सही काम करने लगती है। बीते हफ्ते गुजरात कांग्रेस की वेबसाइट भी हैक हुई थी लेकिन कुछ घंटे बाद ही उसे सही कर दिया गया। बीते साल करीब 10 मंत्रालयों की वेबसाइटें हैक हुईं थीं, लेकिन सभी को छह घंटे में दुरुस्त कर दिया गया था। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली, भारत की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा की वेबसाइट को सही होने में इतना समय क्यों लग रहा है? वह भी ऐसे समय में जब लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है।
‘अंडर मेंटेनेंस’ का जो मैसेज दिखा रहा है वह भाजपा के ही सर्वर से आ रहा है
सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ आकाश पाण्डेय ने बताया कि इतने समय तक वेबसाइट शुरू न होना, वाकई चौंकाने वाली बात है, क्योंकि वेबसाइट दुरुस्त करने में इतना समय नहीं लगता। आकाश आगे बताते हैं कि वेबसाइट पर भाजपा के तकनीक विभाग ने अपना नियंत्रण हैक होने वाले दिन ही वापस ले लिया था क्योंकि ‘अंडर मेंटेनेंस’ का जो मैसेज दिखा रहा है वह भाजपा के ही सर्वर से आ रहा है। आकाश तीन संभावनाएं जाहिर करते हुए बताते हैं कि वेबसाइट पर नियंत्रण करने के बाद भी अगर कंटेंट नहीं दिखाया जा रहा है तो इसका मतलब कोई बहुत बड़ी खामी पता चल गई है या फिर सारा डेटा उड़ गया है। जिसे रिकवर करने का प्रयास किया जा रहा है। आकाश के मुताबिक तीसरी संभावना यह भी है कि वेबसाइट में तकनीक को लंबे समय बाद अपडेट किया जा रहा हो।
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आखिर क्यों भाजपा अपनी प्रमुख वेबसाइट में सुरक्षा को दरकिनार करती रही
भाजपा के आईटी सेल से जुड़े कुछ सूत्रों का भी यह कहना है कि वेबसाइट कई सालों से अपडेट नहीं हुई थी, इस वजह से अब उसे अपडेट किया जा रहा है। इस पर कई लोग सवाल उठाते हुए कहते हैं कि आखिर क्यों भाजपा अपनी प्रमुख वेबसाइट में सुरक्षा को दरकिनार करती रही और वेबसाइट को नयी तकनीक के साथ अपडेट क्यों नहीं किया गया? इसके अलावा साइट को अपडेट करने के लिए पुरानी साइट को बंद करना जरूरी क्यों था? और अगर उसे बंद करना जरूरी था भी तो ऐसा इतने लंबे समय तक करना जरूरी क्यों था?
किसी वेबसाइट को तीन-चार साल तक अपडेट न करना बड़ी लापहरवाही करने जैसा
तकनीक के जानकारों का मानना है कि किसी वेबसाइट को तीन-चार साल तक अपडेट न करना बड़ी लापहरवाही करने जैसा है। इनके मुताबिक हर वेबसाइट को बनाने वाली कम्पनी पर उसके मेंटिनेंस की जिम्मेदारी भी होती है, लेकिन अक्सर देखा जाता है कि कुछ कंपनियां इस पर उतना ध्यान नहीं देतीं। हालांकि अधिकांश कंपनिया मेंटिनेंस का पैसा न मिलने पर ऐसा करती हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी की वेबसाइट के मामले में किसी सॉफ्टवेयर कंपनी द्वारा इतनी गंभीर लापरवाही बरती जाना संभव नहीं लगती।