लद्दाख: भारतीय जवानों पर चीनी सेना ने बरसाए पत्थर, मिला माकूल जवाब

लद्दाख में भारत और चीनी सेना के बीच सीमा पर तनाव बढ़ता जा रहा है. पैंगोंग त्सो झील के पास हालिया टकराव के दौरान चीनी सैनिकों ने ‘अनैतिक तरीकों’ का सहारा लेते हुए कंटीले तार वाले डंडों और पत्थरों से भारतीय सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया.

“चीनी सैनिकों ने हाल ही में टकराव के दौरान पैंगोंग त्सो झील के पास के इलाके में भारतीय सैनिकों को निशाना बनाने के लिए पत्थरों और कंटीले तारों से लैस डंडों का इस्तेमाल किया था.

सूत्रों के मुताबिक चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को चोट पहुंचाने के इरादे से ऐसा किया लेकिन भारतीय पक्ष ने भी उसी अंदाज में माकूल जवाब दिया. हालांकि चीनी सैनिकों की तादाद भारतीय सैनिकों से कहीं अधिक थी.

सूत्रों ने बताया, “चीन ने बड़ी संख्या में सैनिकों के इस्तेमाल की अपनी पुरानी रणनीति का इस्तेमाल किया. झड़प काफी देर तक चलती रही. लेकिन इसने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अनैतिक और गैर पेशेवर चेहरे को उजागर कर दिया.”

चीनी सैनिकों के उलट भारतीय पक्ष कभी भी चीनियों को अपने इलाके से खदेड़ने के लिए ऐसे हथकंडों का इस्तेमाल नहीं करता है. सिर्फ दुर्लभ मामलों में ही ऐसा पलटवार किया जाता है जब एक-दूसरे के क्षेत्रों से खदेड़ने या धकेलने के दौरान सैनिकों पर वार किया जाता है.

मौजूदा स्थिति में  5,000 से अधिक चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आ गए हैं. टकराव  इस महीने के पहले हफ्ते में 5-6 मई के आसपास शुरू हुआ था और ये स्थिति सिक्किम तक बनी थी.

भारतीय बलों ने अपने हेवी लिफ्ट परिवहन विमानों का इस्तेमाल अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों से सैनिकों को पूर्वी लद्दाख सेक्टर में तैनाती के लिए लाने में किया. दौलत बेग ओल्डी सेक्टर में एयर स्ट्रिप का इस्तेमाल करते हुए सैनिकों को इलाके में जमा किया गया. इसके लिए हेलीकॉप्टर्स और अन्य साधनों का सहारा लिया गया है.

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