रिंकू सिंह नहीं चाहते हैं ‘टी20 स्पेशलिस्ट’ का टैग

रिंकू सिंह अब सिर्फ टी20 खिलाड़ी नहीं रहना चाहते। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि उनका सपना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है। रिंकू का रणजी ट्रॉफी में औसत 55 से ज्यादा है और वे लाल गेंद से क्रिकेट खेलना पसंद करते हैं। उन्होंने सुरेश रैना को अपना आदर्श बताया जिनसे वे हमेशा चुनौती के लिए तैयार रहने की प्रेरणा लेते हैं।

IPL 2023 में यश दयाल के ओवर में लगातार 5 छक्के जड़कर रातोंरात सुर्खियों में आए रिंकू सिंह, आज भारतीय टीम के एक प्रमुख T20 स्पेशलिस्ट बन चुके हैं।

उनकी सबसे बड़ी खूबी है हाई-प्रेशर मैच में भी शांत रहकर बल्लेबाजी करना और टीम के लिए फिनिशर की भूमिका निभाना।

​रिंकू ने अब तक 33 T20I में 42 की शानदार औसत और 160 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट के साथ 546 रन बनाए हैं। घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन उतना ही दमदार है।

लेकिन रिंकू सिर्फ T20 खिलाड़ी की पहचान तक सीमित नहीं रहना चाहते। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उनका सपना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है।

Rinku Singh टी20 स्पेशलिस्ट का टैग नहीं चाहते
दरअसल, टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में रिंकू सिंह ने अपने सपने के बारे में बात की। उन्होंने कहा,

“मैं जानता हूं कि जब मैं छक्के मारता हूं तो फैंस को बहुत अच्छा लगता है और मैं इसके लिए शुक्रगुजार हूं, लेकिन रणजी ट्रॉफी में मेरा औसत 55 से ज्यादा है, जो काफी अच्छा है। मुझे लाल गेंद से क्रिकेट खेलना बहुत पसंद है। मैंने भारत के लिए दो वनडे भी खेले हैं और उनमें से एक में अच्छा प्रदर्शन किया है। इसलिए, मैं सिर्फ T20 खिलाड़ी नहीं हूं। मुझे लगता है कि अगर मुझे मौका मिले, तो मैं हर फॉर्मेट में बेहतर कर सकता हूं।”

​उन्होंने यह भी कहा कि मेरा सपना भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलना है और अगर मुझे मौका मिला, तो मैं इसके लिए पूरी तरह तैयार रहूंगा।

इस दौरान उन्होंने अपने आदर्श सुरेश रैना का भी जिक्र किया, जो हमेशा उनसे हर चुनौती के लिए तैयार रहने को कहते हैं।

रिंकू ने बताया कि रैना ने अक्सर उसी नंबर पर बल्लेबाजी की है जहां वह करते हैं और उन्होंने कई मैच जिताने वाली पारियां खेली हैं। रिंकू भी उन्हीं की तरह भारत के लिए सभी फॉर्मेट में एक मैच विनर बनना चाहते हैं।

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