लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने चुनावी बिसात बिछाने के साथ ही विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुखिया को निशाने पर लिया है। अखिलेश ने एक ओर राहुल गांधी पर नकल करने का आरोप लगाया तो सूबे के मुखिया को मुंह बंद करने की नसीहत दे डाली। अखिलेश के इस बयान के बाद सियासी गलियारे में बयानबाजी का तूफान आना तय माना जा रहा है।
मंगलवार को चुनावी तैयारियां परखने आए अखिलेश यादव ने पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा और कांग्रेस को निशाने पर रखा। सीएम योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि हनुमान जी की जाति बताने वालों से भगवान नाराज हैं। इस चुनाव में हनुमान जी उन्हें उनकी जाति बताएंगे। राहुल गांधी के हर साल गरीब तबके के लोगों को 72 हजार देने की घोषणा पर कहा कि राहुल ने सपा की योजना की नकल की है। समाजवादी पेंशन के जरिए सपा पहले ही ऐसी योजना चला चुकी है। पीएम मोदी के चौकीदार कैंपेन पर कहा कि चौकीदार कहने से अब कुछ नहीं होने वाला, चौकीदार अब सरकारी नौकरी मांग रहे हैं।
तय कार्यक्रम से करीब तीन घंटे पहले पहुंचे पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में पहले बंद कमरे में प्रमुख नेताओं के साथ चुनावी तैयारियों पर चर्चा की। विरोधी खेमे की रणनीति पर भी चर्चा की। इसके बाद पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने कहा, डिंपल यादव छह अप्रैल को नामांकन करेंगी। कहा, भाजपा केवल झूठ फैला रही है, और लोगों को गुमराह कर रही है।
सीएम योगी आदित्यनाथ को सेना के बारे में कम बोलना चाहिए। उन्होंने पहले हनुमान जी की जाति बताई थी, इससे भगवान उनसे नाराज हैं। इस चुनाव में भगवान हिसाब किताब करने जा रहे हैं। हनुमान जी चुनाव में अब इन लोगों को उनकी जाति बताएंगे। अखिलेश से मिलने के लिए पार्टी कार्यालय में होड़ मच गई। इसमें कुछ नेता गिर भी गए। इन्हें मौजूद लोगों ने उठाया।
पार्टी कार्यालय में प्रमुख नेताओं से वार्ता करते हुए उन्होंने नसीहत भी दी। कहा कि नेता वही बड़ा है जो चुनाव में बूथ जीत ले। इसलिए उनके चक्कर लगाने के बजाए बूथ पर मेहनत करें और पार्टी को जिताएं। ज्यादा से ज्यादा बाहर निकलो और लोगों से संपर्क करो। लोगों को पार्टी की नीतियों की जानकारी दें, उन्हें केंद्र और प्रदेश की सरकार की गलत नीतियां बताएं।
पार्टी नेताओं को अखिलेश का जो कार्यक्रम पता चला था, उसके मुताबिक उन्हें शाम करीब चार बजे यहां आना था। इसके बाद बोर्डिंग मैदान से हेलीकॉप्टर के द्वारा लखनऊ के लिए रवाना होना था। अखिलेश चार बजे के बजाय दोपहर करीब एक बजे ही पार्टी कार्यालय पहुंच गए। यहां करीब एक घंटे तक प्रमुख नेताओं के साथ वार्ता की।