रात को खरीदी कार और अगली सुबह छाया मातम

मृतक का नाम सुधींद्र बताया जा रहा है। उम्र सिर्फ 35 साल, लेकिन डांस की दुनिया में उनका अच्छा नाम था। वो कई टीवी रियलिटी शो का हिस्सा रह चुके थे और बच्चों को डांस सिखाने के लिए उनका खुद का एक डांस स्कूल भी था।
कहते हैं, जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता। कब खुशियों के पल गम में बदल जाएं, कोई नहीं जानता। कर्नाटक से आई एक खबर ने इस बात को फिर सच साबित कर दिया। यहां एक डांस इंस्ट्रक्टर की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। वो शख्स, जो कुछ घंटे पहले तक अपनी नई गाड़ी की खुशी में झूम रहा था, कुछ ही देर बाद सड़क पर खून से लथपथ पड़ा मिला। सोशल मीडिया पर जब यह खबर फैली तो जिसने भी सुना, उसके दिल से बस एक ही बात निकली, “किस्मत ने बहुत जल्दी खेल खेल दिया।” तो आइए जानते हैं कि वीडियो में क्या दिखाया है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
मृतक का नाम सुधींद्र बताया जा रहा है। उम्र सिर्फ 35 साल, लेकिन डांस की दुनिया में उनका अच्छा नाम था। वो कई टीवी रियलिटी शो का हिस्सा रह चुके थे और बच्चों को डांस सिखाने के लिए उनका खुद का एक डांस स्कूल भी था। सब कुछ ठीक चल रहा था। बस सोमवार की शाम जिंदगी ने उन्हें एक छोटी-सी खुशी दी, उन्होंने अपनी कार खरीदी। परिवार के साथ हंसी-खुशी तस्वीरें खिंचवाईं और उसी खुशी में अपने बड़े भाई के घर भी गए। किसे पता था कि वहीं बिताई गई वो रात उनके जीवन की आखिरी रात होगी।
अचानक हाईवे के बीचों बीच आई दिक्कत
अगली सुबह यानी मंगलवार को सुधींद्र अपने घर के लिए निकले। रास्ते में कर्नाटक के पेमनहल्ली गांव के पास उनकी नई कारअचानक हाईवे के बीचों बीच बंद हो गई। शायद किसी तकनीकी दिक्कत की वजह से गाड़ी रुक गई थी। उन्होंने तुरंत आसपास मौजूद लोगों से मदद मांगी और मिलकर वैन को सड़क के किनारे लगा दिया। फिर अपने भाई को फोन किया और कहा कि गाड़ी में दिक्कत आ गई है, बस थोड़ी देर में मदद मिल जाएगी। लेकिन वक्त ने उन्हें कोई मौका ही नहीं दिया।
तेज रफ्तार ट्रक ने रौंदा
वो फोन पर बात कर ही रहे थे कि पीछे से एक तेज रफ्तार ट्रक वहां आ धमका। ट्रक ड्राइवर शायद कंट्रोल खो बैठा और उसने सीधा सुधींद्र को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पहले सुधींद्र सड़क पर जा गिरे और फिर ट्रक ने उनकी वैन को भी जोर से टक्कर मार दी। वहां मौजूद लोग चीख पड़े, लेकिन कुछ करने से पहले ही सब खत्म हो चुका था।
मौके पर ही हुई मौत
लोग तुरंत दौड़े, किसी ने एम्बुलेंस बुलाने की कोशिश की, किसी ने उन्हें उठाने की। उन्हें अस्पताल भी ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने पहुंचते ही उन्हें डेड घोषित कर दिया। नई गाड़ी की चमक अभी फीकी भी नहीं पड़ी थी और उसी के पास खून से सना शरीर पड़ा था। जो गाड़ी वो अपनी मेहनत की कमाई से खरीदकर लाए थे, वही उनके आखिरी सफर की साक्षी बन गई।





