राजस्थान में कांग्रेस के 12 विधायक और 5 पूर्व विधायक बने जिलाध्यक्ष

कांग्रेस ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए 50 में से 45 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी। 12 विधायकों को जिला अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं, पांच पूर्व विधायकों को भी जिला संगठन की कमान सौंपी गई है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के गृह जिले सीकर सहित कई जगह पुराने चेहरों को फिर से मौका मिला है।
नए जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने के साथ ही प्रदेश की सियासत में भी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस संगठन के हिसाब से 50 जिले हैं, जयपुर शहर सहित पांच जिलाध्यक्षों की घोषणा पर एक नाम पर सहमति नहीं बनने से अटक गई है। खास बात ये रही कि राजस्थान के दिग्गज नेता अपने समर्थकों को जिलाध्यक्ष बनाने में काफी हद तक सफल रहे।
12 विधायक बने जिलाध्यक्ष
राजस्थान कांग्रेस ने 12 मौजूदा विधायकों को जिलाध्यक्ष बनाया है। जयपुर ग्रामीण वेस्ट से विद्याधर सिंह चौधरी, डीडवाना-कुचामन से जाकिर हुसैन गैसावत, जोधपुर ग्रामीण से गीता बरवड़, सवाईमाधोपुर से इंद्रा मीणा, करौली से घनश्याम मेहर, बांसवाड़ा से अर्जुन सिंह बामणिया, श्रीगंगानगर से रूपिंदर सिंह कुन्नर, धौलपुर से संजय जाटव, चूरू से मनोज मेघवाल, अजमेर ग्रामीण से विधायक विकास चौधरी, डूंगरपुर से गणेश घोघरा, झुंझुनूं से रीटा चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया है।
5 पूर्व विधायक भी बने जिलाध्यक्ष
प्रदेश के 5 जिलों में कांग्रेस के पूर्व विधायकों को जिलाध्यक्ष बनाया गया है। भीलवाड़ा ग्रामीण से पूर्व मंत्री रामलाल जाट, जयपुर ग्रामीण पूर्व से गोपाल मीणा, कोटपूतली बहरोड़ से इंद्राज गुर्जर, उदयपुर ग्रामीण से रघुवीर मीणा और अजमेर शहर में राजकुमार जयपाल को जिलाध्यक्ष बनाया गया है।
8 जिलों में पुराने जिलाध्यक्षों को फिर से मौका
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के गृह जिले सहित 8 जिलों में पुराने जिलाध्यक्षों को फिर से मौका दिया गया है। सीकर से सुनीता गठाला, जयपुर ग्रामीण से पूर्व विधायक गोपाल मीणा, दौसा से रामजीलाल ओड, भरतपुर से दिनेश सिंह सूपा, कोटा ग्रामीण से भानुप्रताप सिंह, बीकानेर ग्रामीण से बिशनाराम सियाग और उदयपुर शहर से फतेह सिंह राठौड़ को फिर से जिलाध्यक्ष बनाया है। वहीं, नागौर के जिलाध्यक्ष रहे जाकिर हुसैन गैसावत को अब कुचामन-डीडवाना का जिलाध्यक्ष बनाया है।
रायशुमारी के बाद बनाया गया था पैनल
कांग्रेस ने इस बार जिलाध्यक्षों के लिए पर्यवेक्षकों से रायशुमारी करवाई थी। हर जिले से 6-6 नेताओं का पैनल तैयार कर रिपोर्ट दी थी। इस रिपोर्ट पर संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा, प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, सचिन पायलट व अन्य वरिष्ठ नेताओं से चर्चा की। इसके बाद राहुल गांधी को सिंगल नाम का पैनल भेजा गया।





