राजस्थान : गौशाला पर मदन दिलावर की टिप्पणी से मचा सियासी घमासान

प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा गौशालाओं को लेकर दिए गए बयान से प्रदेश की सियासत में भूचाल आ गया है। कल पाली जिले के बर गांव में एक गौशाला के निरीक्षण के दौरान मंत्री दिलावर ने आपसी बातचीत में कहा था कि मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं। इस बयान का वीडियो सामने आने के बाद से राजनीतिक हलकों में सरगर्मी तेज हो गई है।
इस वीडियो में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के साथ सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ओटाराम देवासी भी नजर आ रहे हैं। बातचीत के दौरान अविनाश गहलोत स्थानीय गौशाला की सराहना करते हुए नजर आ रहे हैं और उसके सामाजिक कार्यों की जानकारी देते हैं। इसी दौरान दिलावर कहते हैं कि मैं दूसरी तरह का आदमी हूं, मैं गौशालाओं के खिलाफ हूं।
वीडियो सामने आने के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने लिखा कि गौमाता का अपमान, कब तक सहेगा राजस्थान? गौमाता के नाम पर वोट, असलियत में गौशालाओं के विरोध में भाजपा। यही है भाजपाइयों का असली चेहरा।
जूली ने कहा कि भाजपा के मंत्री खुलेआम कह रहे हैं कि वो गौशालाओं के खिलाफ हैं। जब भाजपा के नेता ही गौसेवा का विरोध करते दिखें, तो स्पष्ट है कि गौमाता की सेवा उनके लिए सिर्फ चुनावी हथियार है, आस्था नहीं। यह भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर करता है।
इधर बयान पर विवाद बढ़ने के बाद मंत्री मदन दिलावर ने सफाई दी कि उनका आशय उन फर्जी गौशालाओं से था, जो सिर्फ कागजों पर चल रही हैं और जिनके नाम पर गौसेवा का दुरुपयोग होता है। उन्होंने कहा कि मैं गौमाता का विरोधी नहीं हूं। मैं केवल उन लोगों और संस्थाओं के खिलाफ हूं, जो गौसेवा के नाम पर भ्रष्टाचार कर रहे हैं।