रितेश
इस कड़ी में सबसे पहले बात करेंगे फिल्म अभिनेता रितेश देशमुख की। रितेश महाराष्ट्र के दिवगंत मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे हैं। ऐसे में रितेश के लिए बॉलीवुड में आने के लिए कोई मशक्कत नहीं करनी पड़ी। लेकिन रितेश बॉलीवुड में बतौर कॉमेडयिन हिट एक्टर हैं। राजनीति को लेकर उनमें कोई दिलचस्पी नजर नहीं आती।
संजय
लिस्ट में दूसरा नाम आता है अभिनेता संजय दत्त का। संजय के पिता सुनील दत्त ने अपने करियर की शुरुआत बहुत छोटे स्तर से शुरू की थी। एक रेडियो स्टेशन में काम कर उनका बॉलीवुड में जाने का रास्ता आसानी से तय हो गया फिल्मों के बाद उन्होंने राजनीति को गले लगा लिया। आज सुनील हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनकी परछाई और उनके बेटे संजय दत्त ने दर्शकों का खूब इन्जॉय किया। संजय 1993 के मुंबई बम ब्लास्ट में भी नाम आने के चलते जेल भी गए थे। लेकिन संजय राजनीति में उतरने के लिए फिलहाल बिल्कुल भी तैयार नहीं लगते।
प्रतीक
ठीक सुनील दत्त की तरह अभिनेता राज बब्बर भी फिल्मों से अलग राजनीति अखाड़े में भी कूद गए। राज एक सक्रिय राजनेता हैं और कांग्रेस पार्टी के सदस्य हैं। उनके दो बेटे आर्यन और प्रतीक दोनों की फिल्मी दुनिया से जुड़े हुए हैं लेकिन उनका राजनीति में आने का कोई मन नहीं हैं।
नेहा शर्मा
फिल्म यंगिस्तान और क्रुक अभिनेत्री नेहा शर्मा के पिता अजीत शर्मा एक राजनेता हैं। वह एक विधायक हैं। बता दें कि नेहा शर्मा कई बार अपने पिता के राजनीतिक कार्यक्रम में नजर आ चुकी हैं लेकिन नेहा का ध्यान अभी उनके फिल्मी करियर पर है।
आखिर में बात करेंगे देश के जाने-माने राजनेता रामविलास पासवान की। रामविलास पिछले चार दशक से भारतीय राजनीति से जुड़े हैं और फिलहाल वह वर्तमान सरकार के कैबिनेट मंत्री हैं। बता दें कि रामविलास के बेटे चिराग पासवान ने साल 2011 में बॉलीवुड में फिल्म मिले ना मिले हम से कदम रखा था। लेकिन फिल्म बड़ी फ्लॉप साबित हुई और इसके बाद चिराग ने राजनीति में पिता संग कदम से कदम मिलाना ही ठीक समझा।