यूरोप में भीषण गर्मी का कहर… हीटवेव ने 10 दिनों में ले ली 2300 लोगों की जान

यूरोप में भीषण गर्मी से 2,300 लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी बुधवार को प्रकाशित एक विज्ञानिक विश्लेषण में सामने आई है। अध्ययन में दो जुलाई तक चलने वाले उन 10 दिनों को लक्षित किया गया, जिनमें पश्चिमी यूरोप के बड़े हिस्से अत्यधिक गर्मी से प्रभावित रहे।
फ्रांस में जंगलों में आग लग गई
स्पेन में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया और फ्रांस में जंगलों में आग लग गई। अध्ययन में बार्सिलोना, मैड्रिड, लंदन और मिलान सहित 12 शहरों को शामिल किया गया, जहां हीटवेव का तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया है।
1500 मौतें जलवायु परिवर्तन से जुड़ी थीं
इंपीरियल कॉलेज लंदन और लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रापिकल मेडिसिन के विज्ञानियों द्वारा किए गए अध्ययन के अनुसार, इस अवधि के दौरान अनुमानित 2,300 लोगों की मृत्यु में से 1,500 मौतें जलवायु परिवर्तन से जुड़ी थीं, जिसने गर्मी की लहर को और गंभीर बना दिया।
इंपीरियल कॉलेज लंदन के एक शोधकर्ता डॉ. बेन क्लार्क ने कहा कि जलवायु परिवर्तन ने इसे पहले की तुलना में काफी अधिक गर्म बना दिया है, जिससे यह और खतरनाक हो गया है।
टेक्सास की बाढ़ से मृतकों की संख्या 100 से अधिक
अमेरिका के टेक्सास प्रांत में अचानक आई बाढ़ से मृतकों की संख्या बढ़कर अब 100 से अधिक हो गई है। कई अन्य लोग लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया खोज और बचाव दल कीचड़ से भरे नदी किनारों पर काम कर रहे हैं, जबकि क्षेत्र में अधिक बारिश और तूफान का खतरा बना हुआ है। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार चार दिन बाद भी जीवित बचे लोगों को खोजने की उम्मीद कम होती जा रही है।
दस लड़कियां और एक कैंप काउंसलर अभी भी लापता
क्रिश्चियन गर्ल्स समर कैंप, कैंप मिस्टिक ने पुष्टि की है कि मृतकों में कम से कम 27 लड़कियां और स्टाफ शामिल हैं। वहीं दस लड़कियां और एक कैंप काउंसलर अभी भी लापता है। इस बीच, व्हाइट हाउस ने सुझावों को खारिज कर दिया कि नेशनल वेदर सर्विस में बजट कटौती ने आपदा प्रतिक्रिया को प्रभावित किया हो सकता है।
84 लोगों की मौत
बीबीसी ने बताया केर काउंटी में कम से कम 84 लोगों की मौत हुई जिनमें 56 वयस्क और 28 बच्चे शामिल हैं। काउंटी के शेरिफ कार्यालय ने कहा कि 22 वयस्कों और 10 बच्चों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।