यूपी : नाम हुए तय, इन दो जिलों को मिले अपने पहले पुलिस कमिश्नर, ये होंगे अधिकार
लखनऊ। लोकभवन में सोमवार को हुई योगी सरकार की कैबिनेट बैठक में लखनऊ और नोएडा में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम को लागू करने वाले प्रस्ताव पर मुहर लग गई। इसके साथ ही यूपी के इन दोनों जिलों के पहले कमिश्नर के नाम भी सामने आ गए हैं।
खबरों के मुताबिक, आलोक सिंह को यूपी के नोएडा, तो वहीं सुजीत पांडे लखनऊ के पहले पुलिस कमिश्नर होंगे। ड्राफ्ट के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर को सिर्फ कानून व्यवस्था से जुड़े अधिकार ही मिलेंगे। पुलिस कमिशनर के पास धारा 144, कर्फ्यू लगाना, पाबंदी की कार्रवाई, धारा 151, गैंगस्टर, जिला बदर, असलहा लाइसेंस देने जैसे अधिकार होंगे। अभी तक ये सभी अधिकार जिलाधिकारी के पास होते थे। कमिश्नरी सिस्टम लागू होने के बाद बार, मनोरंजन कर, होटल, सराय एक्ट से जुड़े अधिकार डीएम के पास रहेंगे।
शासन स्तर पर बनी सहमति के मुताबिक, राजधानी लखनऊ में एडीजी स्तर के अधिकारी को कमिशनर बनाया जाएगा। उसके नीचे आईजी रैंक दो अधिकारी ज्वाइंट कमिश्नर होंगे। ये एडिशनल कमिश्नर (लॉ एंड आर्डर) और एडमिन की जिम्मेदारी संभालेंगे। पूरे शहर को पांच जोन में बांटा जाएगा, जहां एसपी स्तर के आईपीएस ऑफिसर तैनात किए जाएंगे।
चार एसपी रैंक के अधिकारी होंगे जो सुरक्षा, अभिसूचना, ट्रैफिक और क्राइम की जिम्मेदारी संभालेंगे। इन सभी एसीपी के साथ एक-एक एडिशनल एसपी तैनात किए जाएंगे। लखनऊ में डीसीपी के पद पर 26 सीओ तैनात किए जाएंगे। इनमें 14 सीओ सर्किल की और बाकी के 12 सीओ ऑफिस, ट्रैफिक, क्राइम और इंटेलिजेंस की जिम्मेदारी संभालेंगे।
नोएडा में डीआईजी रैंक के दो जॉइंट कमिश्नर होंगे। नोएडा को तीन जोन में बांटा जाएगा। नोएडा में एसपी स्तर के कुल 6 अधिकारी तैनात किए जाएंगे। इनके साथ कुल 9 एडिशनल एसपी की भी तैनाती होगी। एसीपी के पद पर 15 डिप्टी एसपी तैनात होंगे। इसमें से 10 डिप्टी एसपी सर्किल में रहेंगे और बाकी पांच ट्रैफिक, अपराध, अभिसूचना और मुख्यालय की जिम्मेदारी संभालेंगे।