मां का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्तम आहार : डॉ. सुहासिनी

हिमालया ड्रग कंपनी की आयुर्वेद एक्सपर्ट ने दिये स्तनपान से जुड़े टिप्स

लखनऊ : मां का दूध बच्चे के लिए सर्वोत्त्म आहार होता है। डॉक्टर हमेशा ही नयी मांओं को बच्चे को अपना दूध पिलाने की सलाह देते हैं। डब्ल्यूएचओ ने माँओं को सलाह दी है कि वे बच्चों को पहले छह महीने केवल स्तनपान करायें क्योंकि माँ का दूध और स्तनपान बच्चों के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। शिशु के लिये मां का दूध सबसे उत्तम, आसान और पोषण का सबसे आसानी से उपलब्ध स्रोत है। यह टाइप 2 प्रकार की डायबिटीज के खतरे को कम कर सकता है, साथ ही साथ कुछ खास प्रकार के स्तन और गर्भाशय के कैंसर को भी।

हिमालया ड्रग कंपनी की आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. सुहासिनी एन.एस. ने कहा कि माँ का दूध शिशुओं को पर्याप्त पोषण प्रदान करता है। यह विटामिन, प्रोटीन और फैट का लगभग सही मिश्रण है। साथ ही यह आसानी से पचने योग्य स्थिति में उपलब्ध होता है। मां के दूध में इम्यूनोग्लोब्यूलिन्स और एंटीबॉडीज होती हैं जोकि शिशु को वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। साथ ही जो शिशु छह महीने तक सिर्फ माँ का दूध पीते हैं उन्हें कान का इंफेक्शन, श्वसन से जुड़ी बीमारियां और डायरिया की शिकायत बहुत कम होती है। डॉ. सुहासिनी ने आगे कहा, स्तनपान के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी होता है। स्तनपान से जुड़े किसी भी प्रकार के इंफेक्शन से बचने के लिये अपने स्तनों और निपल्स को साफ करें। इसके लिये आपको केवल अपने स्तनों को साफ करना है और निपल केयर बटर लगाना है, जिसमें कोकम बटर और वर्जिन कोकोनट ऑयल हो। यह रूखे, क्रैक और निपल की सूजन में राहत पहुंचाता है और उसे ठीक करता है।

 

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