मसूद अजहर का गढ़ तबाह, भारत के हमले में मिट्टी में मिली आतंक की फैक्ट्री

पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू और कश्मीर (POJK) में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) के तहत आतंकियों के खिलाफ की गई सफल कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर शहर में आतंकी गतिविधि का एक हॉटबेड मलबे में तब्दील हो गया।

बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य केंद्र है और 2015 के बाद से प्रशिक्षण के लिए मरकज सुभान अल्लाह ने मेजबानी की और जैश-ए-मोहम्मद के परिचालन मुख्यालय के रूप में कार्य किया। 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के आतंकवादी इसी जगह प्रशिक्षित हुए थे।

इसी मरकज से मसूद उगलता था भारत के खिलाफ जहर
मरकज में जैश के प्रमुख मसूद अजहर, मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर के डी-फैक्टो प्रमुख, अम्मार और मसूद अजहर के अन्य परिवार के सदस्यों के आवास शामिल हैं।

मसूद अजहर ने यहीं से भारत के खिलाफ बयानबाजी और इस्लामिक जिहाद में शामिल होने के लिए युवाओं से अपील की थी। जैश मरकज सुभान अल्लाह में अपने कैडर के लिए नियमित हथियार, भौतिक और धार्मिक प्रशिक्षण आयोजित करता है।

पूरी तरह से तबाह हुआ आतंकी ठिकाना
रॉयटर्स द्वारा प्राप्त वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे बुधवार को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई एयर स्ट्राइक (Air Strike) के बाद बहावलपुर में आतंकवादी ठिकाना पूरी तरह से नष्ट हो गया है।
बुधवार को दिल्ली में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर एक प्रेस ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के उद्देश्यों को रेखांकित किया।

पाकिस्तान में कुल नौ आतंकी साइटें जिनमें पांच POJK में है, जो लश्कर-ए-तैयबा (LET) और जैश-ए-मोहम्मद (JEM) से जुड़ा है, इन पर निशाना साधा गया और आम जनता को बिना नुकसान पहुंचाए सावधानीपूर्वक योजना के साथ लक्षित किया गया था।

भारत ने ऐसे लिया पहलगाम हमले का बदला
कर्नल कुरैशी ने टारगेट किए गए शिविरों के बारे में बताया, जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान में नष्ट किए गए चार आतंकवादी शिविर बहावलपुर, मुरीदके, सरजल और महमून जोय शामिल हैं।

उन्होंने पाकिस्तान के 100 किमी के अंदर, बहावलपुर में मरकज सुभानल्लाह को तबाह करने की भी पुष्टि की और कहा कि यह जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा टागरेट किया गया था।

विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ 22 अप्रैल के पाहलगाम आतंकी हमले का बदला था, जो निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय देने के लिए था। नौ आतंकी शिविरों को टारगेट कर नष्ट कर दिया गया है।
व्योमिका सिंह ने ऑपरेशन की सटीकता को रेखांकित करते हुए कहा, “ऑपरेशन सिंदूर के लिए लक्ष्य विश्वसनीय खुफिया इनपुट और स्थानों पर आधारित थे, जो नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान से बचाते हुए और नागरिकों की जान के नुकसान को बचाते हुए चुने गए थे।”

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