मदर्स डे: यशोदा और कैकेयी से प्रेरित है बाहुबली-2 की शिवगामी का किरदार
बाहुबली-2 की सफलता ने सभी को हैरान कर दिया है और इसकी एक वजह यह है कि फिल्म के हर किरदार को जोरदार तरीके से पिरोया गया है. और लगता है कि शिवगामी का किरदार दो पौराणिक किरदारों को मिलाकर गढ़ा गया है.
बाहुबली-2 और बाहुबली में शिवगामी का करैक्टर जैसे नजर आता है- उसमें महाभारत से यशोदा मैया और रामायण से कैकेयी की झलक मिलती है. बता दें कि इस किरदार को साउथ की पॉपुलर एक्ट्रेस राम्या ने निभाया है जो बॉलीवुड में शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन के साथ भी नजर आ चुकी हैं.
जानें शिवगामी कैसे हैं यशोदा जैसी
करीब दो साल पहले जब बाहुबली रिलीज हुई थी, तब उस फिल्म में दिखाया गया था कि शिवगामी अपनी देवरानी के बेटे यानी अमरेन्द्र बाहुबली को अपने असली पुत्र – भल्लालदेव जितना प्यार देती है. वह उसका अपना बेटा नहीं है लेकिन शिवगामी ने कभी प्यार में कोई कमी नहीं आने दी. बल्कि अपने पति बिज्जलदेव की बातों को भी अपनी ममता पर हावी नहीं होने दिया.
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यही नहीं, जब शिवगामी ने बाहुबली को अपने पुत्र से ज्यादा योग्य पाया तो उसने राज्य की जिम्मेदारी देने में भी शासन के वचन का पालन किया. शिवगामी ने बाहुबली को जन्म नहीं दिया था, फिर भी जैसा प्यार उन्होंने अमरेन्द्र को दिया- उससे उनकी तुलना यशोदा मां से की जा सकती है.
दिखती है कैकेयी की झलक भी
महाभारत ही नहीं रामायण की याद भी शिवगामी का किरदार दिलाता है. बाहुबली-2 में भल्लालदेव और बिज्जलदेव द्वारा रचे गए षडयंत्र में फंसकर शिवगामी पर उसकी ममता हावी हो जाती है. और वह राजतिलक से पहले अमरेन्द्र बाहुबली की जगह अपने बेटे को सिंहासन सौंपती है.
यह घटनाक्रम रामायण की याद दिलाता है जब राम को सिंहासन मिलने से मंथरा द्वारा कान भरे जाने पर कैकेयी जिद पकड़ लेती है और राम को राजगद्दी नहीं मिलती. हालांकि बाद में दोनों को अपनी भूल का एहसास होता है.
बहरहाल 28 अप्रैल को रिलीज हुई बाहुबली-2 अपनी इसी दिलचस्प कहानी और बेहतरीन VFX के दम पर बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड बना चुकी है. हिंदी वर्जन में जहां इस फिल्म ने 400 करोड़ कमाकर इतिहास बनाया है, वहीं ग्लोबल कलेक्शन में यह 1000 करोड़ क्लब की कमाई करने वाली पहली भारतीय फिल्म बन गई है.