मजबूत मांग के बीच सोने की कीमत बढ़ी, चांदी 808 रुपये सस्ती

मजबूत वैश्विक मांग के बीच सोने की कीमत बढ़कर 1,30,638 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। वहीं चांदी वायदा भाव घटकर 1,82,600 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिकी फेडरल रिजर्व की साल की अंतिम नीतिगत बैठक से पहले निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से सोने की मांग बढ़ी।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में फरवरी 2026 अनुबंध के लिए सोना वायदा भाव 176 रुपये या 0.13 प्रतिशत बढ़कर 1,30,638 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया जिसमें 13,134 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
एमसीएक्स पर चांदी का हाल
पिछले सप्ताह, चांदी में 958 रुपये या 0.74 प्रतिशत की तेजी आई। हालांकि, चांदी वायदा भाव 808 रुपये या 0.44 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,82,600 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया जिसमें 14,281 लॉट के लिए कारोबार हुआ।
शुक्रवार को एमसीएक्स पर यह सफेद धातु 7,096 रुपये या 3.98 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,85,234 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी, जो अंत में 1,83,408 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। पिछले सप्ताह चांदी की कीमत में 8,427 रुपये या 4.81 प्रतिशत की भारी वृद्धि हुई थी।
सोने-चांदी की मांग में मजबूती बनी रहने की संभावना
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के विश्लेषक मानव मोदी ने कहा कि चांदी, जो पिछले सप्ताह 3 प्रतिशत से अधिक बढ़ी थी, में सप्ताह के आरंभ में कुछ मुनाफावसूली देखी गई, लेकिन लंदन और चीन में भंडार कम होने व 2026 तक संरचनात्मक घाटे के बने रहने की आशंका के कारण इसमें मजबूती बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि मजबूत औद्योगिक मांग, सुरक्षित निवेश प्रवाह और जुलाई के बाद से उच्चतम साप्ताहिक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) प्रवाह ने सफेद धातु में तेजी की गति को मजबूत किया है। मोदी ने कहा कि कुल मिलाकर, कीमती धातुओं में मजबूती रही, क्योंकि बाजार में वर्ष की अंतिम नीति बैठक से पहले फेड द्वारा नीतिगत दरों में ढील दिए जाने की संभावना बढ़ गई थी।
उन्होंने इस सप्ताह निवेशकों का ध्यान न केवल फेड की अंतिम नीति बैठक पर होगा, बल्कि अमेरिकी फैक्ट्री ऑर्डर और अन्य महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़ों पर भी होगा। हालांकि, फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण तक व्यापारी सतर्क रहेंगे, क्योंकि रुख में कोई भी बदलाव बुलियन कीमतों में अस्थिरता पैदा कर सकता है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा कि सोने की कीमतें 4,200 डॉलर प्रति औंस के आसपास रहीं। यह हल्की साप्ताहिक गिरावट के बाद स्थिर हो गईं, क्योंकि व्यापारी फेडरल रिजर्व की वर्ष की अंतिम नीति बैठक का इंतजार कर रहे थे, जिसमें अधिकारियों द्वारा ब्याज दरों में कटौती की व्यापक उम्मीद है। त्रिवेदी के अनुसार, बाजार सहभागियों को 25 आधार अंकों की कटौती की 88 प्रतिशत संभावना का अनुमान है, व अगले वर्ष दो और कटौती की उम्मीद है।
निवेशकों को है फेड के नीतिगत फैसलों का इंतजार
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में, सोने में स्थिरता बनी रही क्योंकि निवेशक फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले का इंतजार कर रहे हैं। कॉमेक्स पर, फरवरी डिलीवरी वाला सोना वायदा 4,244.2 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर कारोबार कर रहा था। पिछले सप्ताह इस बहुमूल्य धातु की कीमत में 11.9 डॉलर या 0.28 प्रतिशत की गिरावट आई।
शुक्रवार को चांदी 4.19 प्रतिशत बढ़कर अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची
मार्च 2026 अनुबंध के लिए कॉमेक्स चांदी वायदा 0.54 प्रतिशत गिरकर 58.73 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर आ गया। शुक्रवार को यह सफेद धातु 2.4 डॉलर या 4.19 प्रतिशत बढ़कर 59.90 डॉलर प्रति औंस के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। पिछले सप्ताह चांदी वायदा भाव 1.89 डॉलर या 3.30 प्रतिशत बढ़ा था।





