भारत और इंग्लैंड के बीच आज से खेला जाएगा तीसरा टेस्ट

लॉर्ड्स की ऐतिहासिक पिच, पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 1-1 से बराबरी पर और दोनों टीमों के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों की वापसी। भारत और इंग्लैंड के बीच गुरुवार से शुरू हो रहे तीसरे टेस्ट मैच को लेकर रोमांच चरम पर है। जसप्रीत बुमराह और जोफ्रा आर्चर की वापसी से यह मुकाबला अब सिर्फ बल्ले और गेंद का नहीं बल्कि धैर्य, रणनीति और मानसिक ताकत की भी परीक्षा बन गया है।
भारत जहां दूसरे टेस्ट में बर्मिंघम में 336 रन की ऐतिहासिक जीत के साथ लय में दिख रहा है। वहीं, इंग्लैंड लीड्स में पहले टेस्ट की जीत को दोहराने की कोशिश में है। ऐसे में लॉर्ड्स का यह टेस्ट निर्णायक मोड़ बन सकता है। लॉर्ड्स की पिच पर ऊपर-नीचे उछाल के साथ सीम मूवमेंट की संभावना जताई जा रही है। यह तेज गेंदबाजों को फायदा पहुंचा सकती है, लेकिन बल्लेबाजों के लिए यह असली परीक्षा होगी। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा आक्रमण अपनी रणनीति को सही ढंग से अमल में लाता है।
बुमराह की वापसी से मिलेगी धार
भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह की वापसी तय मानी जा रही है और वे प्रसिद्ध कृष्णा की जगह लेंगे। बुमराह की मौजूदगी भारतीय गेंदबाजी आक्रमण को एक नई धार देगी, जो पहले ही सिराज और आकाशदीप की शानदार फॉर्म से मजबूत नजर आ रहा है।
आकाश दीप ने एजबेस्टन में अपने पहले ही टेस्ट में 10 विकेट झटककर इंग्लिश बल्लेबाजों को हिलाकर रख दिया था। वहीं, सिराज 2021 में इसी लार्ड्स मैदान पर मैच जिताऊ गेंदबाजी कर चुके हैं। अब इन दोनों के साथ बुमराह की तिकड़ी इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।
चार साल बाद आर्चर की टेस्ट में वापसी
दूसरी ओर इंग्लैंड को जोफ्रा आर्चर की वापसी से नई ताकत मिली है। आर्चर आखिरी बार 2021 में टेस्ट क्रिकेट खेले थे। चोटों के चलते बाहर रहे आर्चर अब पूरी तरह फिट हैं और चार साल बाद घरेलू धरती पर टेस्ट क्रिकेट में लौट रहे हैं। उनके साथ गस एटकिंसन को भी टीम में शामिल किया गया है।
पिच और मौसम
यह मैच सेंट्रल पिच पर नहीं हो रहा है। इस पिच पर हल्की घास है। ऐसे में जो भी टॉस जीतेगा वह पहले गेंदबाजी ले सकता है। हालांकि, पांचों दिन बहुत ज्यादा गर्मी और सूरज निकलने की संभावना जताई गई है। ऐसे में शुरुआती ओवर अगर बल्लेबाजों ने निकाल दिए तो फिर बड़ा स्कोर भी बनाया जा सकता है।
यहां भी बाउंड्री छोटी की गई
लीड्स और बर्मिंघम की तरह लंदन में भी बाउंड्री छोटी की गई है। हालांकि, यहां चारों तरफ की बाउंड्री छोटी नहीं की गई है। नर्सरी छोर पर स्ट्रेट बाउंड्री को 10-12 मीटर छोटा किया गया है। इंग्लैंड की टीम भारत के स्पिनरों के खिलाफ बैजबाल खेलने की रणनीति और बड़े शॉट मारने के कारण ऐसा कर रही है।