भाजपा की कर्नाटक में मतदाता सूची में संशोधन की मांग

प्रवासियों को वोट बैंक बनाने का आरोप लगाया है। भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन का भी एलान किया है और उस पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों के कारण किसानों को नुकसान हो रहा है।

कर्नाटक की भाजपा इकाई ने कहा कि कर्नाटक में भी बिहार की तर्ज पर मतदाता सूची में संशोधन की प्रक्रिया होनी चाहिए। विपक्ष के नेता और वरिष्ठ भाजपा नेता आर.अशोक ने कहा, ”संदेह है कि बेंगलुरु में अकेले लगभग तीन लाख अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिये रह रहे हैं।”

भाजपा नेता अशोक ने सोमवार को इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर कहा, ”कांग्रेस ने अवैध प्रवासियों को अपना वोट बैंक बना लिया है। इसी कारण से मतदाता सूची में संशोधन का विरोध कर रही है। कर्नाटक में मतदाता सूची का संशोधन बिहार माडल पर किया जाना चाहिए।”

बीजेपी ने कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन का किया एलान

बेंगलुरु में एक प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने यह भी घोषणा की कि 27 और 28 नवंबर को सभी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस-नेतृत्व वाली सरकार की ”किसान विरोधी” नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किए जाएंगे। जिला मुख्यालयों पर एक और दो दिसंबर को भी प्रदर्शन आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने ‘कांग्रेस सरकार किसानों के साथ धोखा’ शीर्षक वाला एक पोस्टर जारी किया। एक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसमें उन्होंने कांग्रेस-नेतृत्व वाली सरकार के ”किसान विरोधी” कार्यों को उजागर किया।

बीजेपी ने कर्नाटक सरकार पर लगाए आरोप

उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के दो साल और छह महीने में इसकी खराब प्रशासनिक नीतियों ने किसानों के लिए एक दैनिक दु:स्वप्न का रूप ले लिया है। राज्य भर में किसान फसल हानि और समर्थन मूल्य न मिलने के कारण संकट का सामना कर रहे हैं। क्योंकि राज्य सरकार ने आलमाटी जलाशय में पानी को ठीक से संग्रहित नहीं किया, उस क्षेत्र के किसानों को दूसरी फसल उगाने का अवसर खो दिया।

उन्होंने आरोप लगाया कि तुंगभद्रा बांध के गेटों की मरम्मत का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। कर्नाटक का पानी आंध्र प्रदेश जा रहा है और इसके लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार के सभी मंत्री दिल्ली की यात्रा में व्यस्त हैं। सिद्दरमैया के घर नाश्ता, डीके शिवकुमार के घर रात का खाना। यही सब हो रहा है।

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