बड़ी ख़बर: पीएम मोदी के लिए किसान बने सिर दर्द, योग दिवस पर करेंगे…

गरीबी और बेबसी की मार झेल रहे किसानों का अब सामर्थ्य जवाब देने लगा है। इसलिए उन्होंने योग दिवस के मौके पर योग में लीन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जगाने की ठान ली है। इसके लिए वे अब किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि उनके हित में जब तक कोई उचित कदम नहीं उठाया जाता वे अपनी बात ऊपर तक पहुँचाने के लिए आंदोलन करते रहेंगे। जरूरत पड़ने पर उन्होंने इस आंदोलन को और भी प्रबल करने की भी सरकार को चेतावनी दी है।
दरअसल यूपी के किसानों ने 21 जून यानी अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर लखनऊ में विरोध करने की ठानी है।
पीड़ित किसान मध्यप्रदेश के मंदसौर में हुई घटना के विरोध में यह प्रदर्शन करेंगे। इतना ही नहीं किसान लखनऊ मंडल से जुड़े नेशनल हाइवे को जाम कर सुबह 5 बजे से 9 बजे तक रोड पर ही योग करेंगे। किसानों के विरोध के प्लान को देखते हुए प्रशासन हैरान और परेशान है।
लखनऊ मंडल के भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष हरिनाम वर्मा ने बताया कि किसान धान, गेंहू, आलू, गन्ना और दूध लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी का विरोध करेंगे।
उन्होंने बताया कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ के जीपीओ पर योग करेगा तो सुल्तानपुर रोड, रायबरेली रोड, फैजाबाद रोड, सीतापुर रोड, हरदोई रोड और लखीमपुर रोड पर बाकि किसान योग करेंगे।
उन्होंने कहा हम केवल मिलिट्री और एम्बुलेंस को जाम से निकलने की छूट देंगे। किसान नेताओ का कहना है की पीएम के योगा का जबाब किसान सड़क पर योगा करके देगा।
किसानों का कहना है कि हम योग का नहीं बल्कि पीएम का विरोध करेंगे। किसानों ने पीएम पर आरोप लगाया है कि मोदी खुद को किसानों का रहनुमा बताते हैं, लेकिन जब उन्हीं की पार्टी की सरकार में किसानों पर गोली चलती है तो वो खामोश रहते हैं।
किसानों ने कहा सरकारी गोली खाने के बाद मुआवजा मिलता है। जीते जी तो इतना पैसा कमा नहीं सकते, मर कर ही यह संभव है।
किसानों ने खुली चेतावनी दी है कि अब ये आन्दोलन किसी भी सीमा तक जाने को तैयार है और किसान हर मोर्चे पर संघर्ष करेगा।