बड़ा फैसला: राजस्थान की इन सीटों पर कांग्रेस बदल सकती है प्रत्याशी
नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा के राजस्थान में 25 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है. वहीं, कई सीटों पर नामांकन भी शुरू हो चुका है. लेकिन अभी भी राज्य की पांच से 6 सीटों पर हार के डर से कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के बीच संशय बना हुआ है. जबकि पहले चरण के नामांकन की अंतिम तिथि 9 अप्रैल तक ही है.
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को कुछ सीटों पर कमजोर प्रत्याशी उतारने की जानकारी मिली है. जिस कारण राजस्थान में चुनाव-प्रचार में व्यस्त रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को शनिवार को पार्टी आलाकमान ने दिल्ली बुलाया था. इस दौरान गहलोत से फीडबैक भी लिया गया.
शनिवार को हुई थी बैठक
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सीएम गहलोत के अलावा, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के साथ बैठक की. बैठक के दौरान गांधी ने इन सीटों पर कमजोर प्रत्याशी उतारने पर सफाई भी मांगी.
राहुल की टीम कार्यकर्ताओं से कर रही है संपर्क
राहुल की टीम ने शक्ति एप के जरिए कार्यकर्ताओं से सीधा संपर्क कर फीडबैक लेना शुरू कर दिया है. राहुल की सोशल मीडिया टीम शक्ति प्रोजेक्ट में रजिस्टर्ड कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क कर रही है. माना जा रहा है कि फीडबैक के बात वास्तविक स्थिति सामने आने के बाद कमजोर प्रत्याशियों वाली सीटों पर चेहरे बदले जा सकते हैं.
प्रियंका-ज्योतिरादित्य की टीम में शामिल नेता ने की थी शिकायत
बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया की टीम में शामिल राजस्थान के एक नेता ने राज्य की कई सीटों पर कमजोर उम्मीदवार उतारने की शिकायत राहुल व प्रियंका से की थी. जिसके बाद आलाकमान ने दूसरे नेताओं से इस पर जानकारी ली.
इन सीटों पर आलाकमान को मिला है फीडबैक
राज्य के जयपुर शहर की उम्मीदवार ज्योति खंडेलवाल, राजसमंद उम्मीदवार देवकी नंदन गुर्जर, धौलपुर-करौली के संजय जाटव, भरतपुर से अभिजीत कुमार जाटव के अलावा रिजू झुनझुनवाला और झालावाड़-बारां उम्मीदवार प्रमोद शर्मा के बारे में कांग्रेस नेतृत्व को नकारात्मक फीडबैक मिला है.
स्टिंग में भी फंसी है कांग्रेस उम्मीदवार
राहुल के पास पहुंची रिपोर्ट में बताया गया है कि झालावाड़-बारां, अजमेर, धौलपुर-करौली, भरतपुर सीटों पर जानबूझकर कमजोर प्रत्याशी उतारा गया है. वहीं, जयपुर शहर सीट की उम्मीदवार ज्योति खंडेलवाल स्टिंग में भी फंस गईं हैं. बताया जा रहा है कि पार्टी के अंदर उम्मीदवारों के चयन के दौरान लॉबिंग हुई है जिसका परिणाम कमजोर प्रत्याशी के तौर पर सामने आया है.