बेटियों के यश और कीर्ति के लिए 30 साल से कांवड़ उठा रहे हरियाणा के छोरे

कांवड़ यात्रा मनौती और मान्यताओं का बड़ा पर्व है। कोई बेटे की चाह के लिए कांवड़ उठा रहा है तो किसी को नौकरी की तलाश है। कोई परिवार में सुख समृद्धि के लिए तो कोई राष्ट्रभक्ति के नाम पर भगवान भोले की आराधना करने निकला है। इन सबके बीच एक टोली ऐसी भी है जो हरियाणा के छोरे और छोरियों की यश और कीर्ति बढ़ाने और उन्हें बलवान बनाए रखने के लिए भगवान भोले शंकर की कृपा चाहते हैं। ये दल हरियाणा के छोरों को धाकड़ बनाए रखने की मन्नत मांगते हुए 30 साल से कांवड़ उठा रहा है।

शुक्रवार को भिवानी हरियाणा से आए करीब 20 सदस्यों के एक दल ने विशेष पूजा अर्चना करके दो स्पेशल कांवड़ उठाई। हरकी पौड़ी पर यूं तो एक से बढ़कर एक कांवड़ियों का रैला दिखाई देता है, लेकिन यह दो कांवड़ लोगों को कुछ अलग ही आकर्षित कर रही थी। इन कांवड़ की खासियत यह थी कि ये कांवड़ गुड़ियाओं से सजाई गई थी। पंडित ने कांवड़ की गंगा तट पर विशेष पूजा कराई। इसके बाद शिव भक्तों के दल ने गंतव्य की ओर रवाना होने के लिए कांवड़ उठा ली।

दल का नेतृत्व कर रहे भिवानी निवासी धीरज चौधरी ने बताया कि उनके बड़े बुजुर्ग हमेशा यह मन्नत मांगते रहे हैं कि हरियाणा के छोरे और छोरियां बल, बुद्धि और ताकत के आधार पर दुनिया में अपनी धाक जमाते रहें। बेटियां पहलवानी में या ताकत वाले अन्य किसी भी खेल में दांव आजमाती रहे और छोरे भी अपने सफलता के झंडे गाड़ते रहें। बताया कि 30 साल से यह क्रम लगातार जारी है।
जिन लोगों ने यह अनूठी शुरुआत की थी अब उनमें से कुछ ही लोग दल के साथ आ पाते हैं। जबकि अधिकतर उम्र दराज हो जाने के चलते अब दल का हिस्सा नहीं बन पाते हैं। उनकी जगह अब नए नौजवानों ने ले ली है। दल के सदस्यों ने कहा कि राज्य की गीता और बबीता फोगाट नाम की दो बहने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहलवानी में अपनी पहचान बना चुकी हैं। उनकी उपलब्धियों पर बनी फिल्म दंगल भी काफी सराहनीय रही। इसी तरह मुक्केबाज विजेंदर और लोकेश दत्त, अखिल कुमार समेत कई युवा ऐसे हैं जो अपने-अपने क्षेत्र में हरियाणा का नाम रोशन कर रहे हैं।
आने वाली पीढ़ी भी इसी रास्ते पर चले भगवान भोले शंकर से यही पूजा अर्चना कर कामना करते हुए वह कांवड़ लेने निकले हैं। उनकी टीम में दीपक, लोकेश, बिट्टू, प्रवीण, कपिल कुमार, कृष्णा, अनुज, विक्की, राज, नीरज, गोलू, सहित अन्य शिवभक्त शामिल हैं। उन्होंने बताया कि हरिद्वार से चलकर वे लोग भिवानी के मंदिर में कांवड़ चढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि भगवान भोले की कृपा से उनकी मनोकामना लगातार पूरी हो रही है।