बिहार में अब ऋषिकेश के लक्ष्मण झूले जैसा नज़ारा, पुनपुन में सीएम नीतीश ने केबल ब्रिज का किया शुभारंभ

320 मीटर लंबा आधुनिक केबल सस्पेंशन ब्रिज के बनने से पुनपुन के पिंडदान स्थल तक पहुंचना पहले से कहीं आसान हो गया है। श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। वहीं व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
पटना से सटे पुनपुन में 320 मीटर लंबा आधुनिक केबल सस्पेंशन ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। शुक्रवार दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अनोखे पुल का उद्घाटन किया और इसे आम लोगों के लिए खोल दिया। पुल के शुभारंभ के बाद सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार की विकास यात्रा में यह पुल एक नया मील का पत्थर है। यह केवल इंजीनियरिंग का कमाल नहीं, बल्कि लोगों की सुविधा और विकास का प्रतीक भी है।
बता दें कि इस पुल के शुरू हो जाने से पुनपुन पिंडदान स्थल आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों की आवाजाही बेहद आसान हो जाएगी। साथ ही पुनपुन शहर के लोगों को व्यापार और रोज़मर्रा की गतिविधियों में भी बड़ा लाभ मिलेगा। यह बिहार का पहला केबल सस्पेंशन ब्रिज है, जिसे हल्के वाहनों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।
इस पुल का निर्माण कार्य 31 अगस्त 2019 को शुरू हुआ था। इसकी प्रारंभिक लागत 46 करोड़ 77 लाख रुपये निर्धारित की गई थी, जो समय के साथ बढ़कर लगभग 83 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। अब तक पुल का लगभग 99 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है और उद्घाटन के साथ ही इसे जनता के लिए खोल दिया गया है। इस पुल के निर्माण से पुनपुन स्थित पिंडदान स्थल तक पहुँचना पहले की तुलना में कहीं अधिक सुगम हो गया है। श्रद्धालुओं, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। वहीं, व्यापारिक गतिविधियों को भी नया प्रोत्साहन मिलेगा।
जानिए, पुल की खासियत…
पुल की कुल लंबाई: 320 मीटर
सस्पेंशन डेक की लंबाई: 120 मीटर
पुल को संभालने वाली स्टील की केबलों की संख्या: 18
पाइलॉन की ऊंचाई: 100 फीट
संपर्क पथ की लंबाई: 135 मीटर
डक्ट की लंबाई: 200 मीटर
46 करोड़ से शुरू होकर 83 करोड़ में हुआ निर्माण