बिहार फिल्म निगम का पवेलियन IFFI 2025 में बना आकर्षण का केंद्र

56वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के तीसरे दिन बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम (कला, संस्कृति एवं युवा विभाग) का पवेलियन वेब्स फिल्म बाजार में फिल्मकारों, कलाकारों, प्रोड्यूसर्स और फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों का आकर्षण बना रहा। निवेशकों ने बिहार में फिल्म उद्योग में निवेश करने में गहरी रुचि दिखाई।
पवेलियन का विधिवत उद्घाटन कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के सचिव और बिहार फिल्म निगम के प्रबंध निदेशक प्रणव कुमार (IAS) ने किया। इस अवसर पर बिहार फिल्म निगम के महाप्रबंधक रूबी, अभिनेता मनोज जोशी, फिल्म ‘तिया’ के अभिनेता दर्शन कुमार, अभिनेत्री नीतू चंद्रा, अभिनेता विकास कुमार, इम्पा के अध्यक्ष अभय सिन्हा, प्रोड्यूसर सागर श्रीवास्तव और निर्देशक राव देवेन्द्र सिंह सहित कई फिल्म उद्योग से जुड़े लोग मौजूद रहे।
प्रणव कुमार (IAS) ने बताया कि बिहार में बनने वाली फिल्मों को अनुदान के रूप में प्रोत्साहन देने का प्रावधान है। साथ ही, शूटिंग को आसान बनाने के लिए वन विंडो सिस्टम अपनाया गया है। उन्होंने कहा कि बिहार कला और संस्कृति के क्षेत्र में अपार संभावनाओं वाला राज्य है और सरकार फिल्म, संस्कृति तथा रचनात्मक उद्योगों को मजबूत आधार देने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि गोवा जैसे प्रतिष्ठित मंच पर बिहार की भागीदारी राज्य की सकारात्मक छवि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुदृढ़ करती है।
अभिनेता मनोज जोशी ने बिहार में फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने की पहल की सराहना की और कहा कि बिहार की सुंदरता और ऐतिहासिक महत्व फिल्मकारों को आकर्षित करेगा।
दर्शन कुमार ने बाल्कमीकि नगर में 40 दिनों तक हुई शूटिंग के अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि लोगों का सहयोग और प्यार उन्हें बहुत भाया। उन्होंने बताया कि बिहार में शूटिंग का एक बड़ा फायदा यह है कि साफ हवा और सुंदर लोकेशन मिलती हैं। दर्शन ने कहा कि वह भविष्य में अधिकतर फिल्में बिहार में ही शूट करना चाहेंगे। नीतू चंद्रा ने बिहार की स्थानीय भाषाओं भोजपुरी, मैथिली और मगही में बनने वाली फिल्मों को दर्शकों का प्यार मिलने की आवश्यकता बताई और कहा कि बिहार के कलाकारों और फिल्मकारों को फिल्म उद्योग को मजबूत करने के लिए आगे आना होगा।
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अभिनेता विकास कुमार ने कहा कि वह अगले साल बिहार से जुड़ी फिल्म की शूटिंग की योजना बना रहे हैं। प्रणव कुमार ने बताया कि बिहार में किसी भी विषय पर फिल्म बनाने की स्वतंत्रता है, बस राज्य के बारे में नकारात्मक बातें नहीं होनी चाहिए। सागर श्रीवास्तव, ‘तिया’ फिल्म के प्रोड्यूसर ने कहा कि बिहार में शूटिंग करना अपने मातृभूमि का कर्ज अदा करने जैसा है। निर्देशक राव देवेन्द्र सिंह ने कहा कि बिहार विविधताओं से भरा राज्य है और यहां हर तरह की फिल्मों की शूटिंग की जा सकती है।
रूबी (महाप्रबंधक) ने कहा कि बिहार में फिल्म की शूटिंग से रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं और अनुदान और सुविधाओं के कारण निवेशकों की रुचि बढ़ी है। इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPAA) के अभय सिन्हा ने कहा कि बिहार में खूबसूरत लोकेशन हैं और फिल्म नीति लागू होने के बाद प्रोड्यूसर्स को और सुविधा मिली है। उन्होंने अपील की कि प्रोड्यूसर्स बिहार में फिल्म की शूटिंग करें।
पवेलियन में OTT प्लेटफॉर्म स्टेज के प्रतिनिधियों से भी बातचीत हुई। प्रणव कुमार ने साथ मिलकर काम करने और बिहार में बनने वाली फिल्मों को आसानी से रिलीज करने की संभावनाओं पर चर्चा की।
इसके अलावा बांग्ला फिल्म ‘अमी जोखोन’ की निर्देशक परमिता मुंशी ने जनवरी में बिहार में सस्पेंस थ्रिलर वेब सीरीज बनाने की सहमति जताई। एफटीआईआई एलुमनी और फिल्म संपादक असीम सिन्हा ने भी पवेलियन का दौरा किया और कहा कि बिहार में शूटिंग के बाद पोस्ट प्रोडक्शन के अवसर भी बढ़ रहे हैं, जिससे फिल्म एडिटर्स, साउंड डिजाइनर और अन्य सिनेमाकर्मी नई संभावनाओं का लाभ उठा सकते हैं।





