बिग बॉस 19 क्यों हिट होते-होते हुआ सुपरफ्लॉप, इन 5 कारणों से डूबी सलमान के शो की नैया

बिग बॉस 19 की शुरुआत धमाकेदार रही थी, दर्शकों की शो से काफी उम्मीदें भी बंधी थी। हालांकि, सलमान खान के इस विवादित शो ने टेलीविजन पर टेकऑफ तो अच्छा किया, लेकिन मंजिल तक पहुंच नहीं पाया। किन 5 कारणों से ये शो नहीं दे पाया बिग बॉस 13 को टक्कर, नीचे पढ़ें डिटेल्स:
बिग बॉस टीवी का एक ऐसा शो है, जिसका इंतजार ऑडियंस को काफी ज्यादा रहता है। हर साल सलमान खान के विवादित शो में कई ऐसे कंटेस्टेंट्स आते हैं, जो सीजन को दिलचस्प बना देते हैं। ड्रामा, एंटरटेनमेंट और सलमान खान के इस अनफिल्टर शो के सीजन 19 की शुरुआत बहुत ही धूम-धड़ाके के साथ हुई दी।
जिस तरह से बीच में शो की टीआरपी ऊपर जा रही थी, ऐसा लगा था कि ये सीजन भी बिग बॉस 13 की तरह ही सुपरहिट हो सकता है। हालांकि, ऑडियंस की उम्मीदों पर पानी फिर गया और इन 5 कारणों से बिग बॉस सीजन 19 (Bigg Boss 19) की नैया डूब गई।
अच्छी शुरुआत के बाद निकली हवा
बिग बॉस 19 की शुरुआत काफी प्रॉमिसिंग थी। शुरुआती 2 वीक में काफी ड्रामा भी देखने को मिला, घर दो हिस्सों में बंट गया। फरहाना भट्ट के एविक्शन से लेकर घर में राजनीति तक, शुरुआत में ग्लू की तरह लोग टीवी से चिपके हुए थे। हालांकि, उनका ये दिलचस्प मोमेंट ज्यादा समय तक नहीं बना रहा, क्योंकि वाइल्ड कार्ड एंट्री शहबाज बदेशा के आने से तीसरे वीक में कंटेस्टेंट्स के बीच बनावटी लड़ाई करना, किचन पॉलिटिक्स, फैमिली पर जाना, वहीं सब पुराना पैटर्न रिपीट होते हुए दिखा, जिससे ऑडियंस बोर हो गई।
अनफेयर एविक्शन
बिग बॉस 19 को सीजन के अनफेयर एविक्शन के लिए भी याद किया जाएगा। सीजन में पहला झटका लोगों को तब लगा जब नीलम गिरी और नेहल चुडास्मा के सामने कम वोट्स कहकर जीशान कादरी को बाहर का रास्ता दिखाया गया। उसके बाद डबल एलिमिनेशन में नेहल के साथ-साथ बसीर अली (Baseer Ali) को निकाल दिया गया। ऑडियंस का दिमाग सबसे ज्यादा तब घूमा जब टॉप 5 की लिस्ट में डिजर्विंग कंटेस्टेंट अभिषेक बजाज (Abhishek Bajaj)को निकाला गया।
नो टास्क
पहले के सीजन में बिग बॉस में काफी टास्क खेले जाते थे, फिर चाहे वह नॉमिनेशन के लिए हो या राशन के लिए। टास्क के बलबूते और वोट्स के आधार पर ही लोग बचते थे। हालांकि, इस सीजन में देखा गया कि बिग बॉस के मेकर्स तब ही टास्क करवाते थे या गेम को ऐसे मोल्ड करते थे, जब उन्हें अपने फेवरेट कंटेस्टेंट को बचाना होता था। बसीर अली ने बिग बॉस के मेकर्स पर कई बार कुनिका को नॉमिनेशन से बचाने का आरोप लगाया था।
विनर क्वालिटी
वैसे तो बिग बॉस का गेम अपने रियल व्यक्तित्व को दिखाने का है,लेकिन कई पुराने सीजन देखकर आए लोगों ने बड़ी ही सेफ तरीके से गेम खेला है। नीलम गिरी, नगमा मिराजकर और नटालिया जैसे कंटेस्टेंट्स की कोई भी पर्सनैलिटी इस बार खुलकर अपनी ओपिनियन सामने नहीं रख सकीं। इस बार फैंस को किसी भी कंटेस्टेंट में जीतने की वह जील नहीं दिखी, जैसे गौहर खान, गौतम गुलाटी, रुबीना दिलैक, हिना खान, प्रिंस नरूला जैसे कंटेस्टेंट्स में थी। कंटेस्टेंट्स ने अपने सारे रूप नहीं दिखाए, बल्कि वह लड़ाई झगड़े में ही रह गए।
तान्या मित्तल-गौरव खन्ना का बोरिंग गेम
गौरव खन्ना का बैकफुट पर खेलना और साढ़े तीन महीने तान्या मित्तल (Tanya Mittal)का रोज-रोज सेम फेंकूचंद वाला अंदाज, या अशनूर का अभिषेक बजाज के शैडो में रहना दर्शकों को बिल्कुल भी नहीं भाया। गौरव खन्ना जैसी हस्ती को देखकर लगा था कि वह गेम को दिलचस्प बनाएंगे, लेकिन पूरे सीजन सिर्फ उनपर पीछे से चुगली करने का आरोप लगा। वहीं फरहाना भट्ट (Farrhana Bhatt) की शुरुआती लड़ाई फैंस को पसंद आई, लेकिन उनके लिए धीरे-धीरे वह बहुत ही बोरिंग हो गई।





