इन महारथियों की वजह से बिके चीन और पाकिस्तान; कड़ी चुनौती और हर तरफ़ जय जयकार

इन महारथियों की वजह से बिके चीन और पाकिस्तान; कड़ी चुनौती और हर तरफ़ जय जयकार…. भारत की आर्थिक ताक़त का अंदाज़ा तो हम सबको हैं। भारत की आर्थिक ताक़त ऐसी की हैं की इसके मुक़ाबले दुनिया का कोई देश खड़ा नहीं हो सकता। आज भारत ने वर्ल्ड इकऩमिक फोरम की लिस्ट में पाकिस्तान को पीछे छोड़ दिया और चीन के बराबर खड़ा हो गया।भारत का सर गर्व से उचा हो गया| सवाल ये उठता हैं की भारत की इस ताक़त को बड़ाने वाला हैं कौन। आज जाने भारत के उन महारथियों के बारे में जिन्होंने भारत का डंका बजाया हैं।
भारत के इन 7 महारथियों के आगे बिका चीन और पाकिस्तान
भारत की ऐसी कम्पनियाँ जो बहुत कम समय में बड़ी कम्पनी बन गयी और आज सभी बड़ी कंपनियों को टक्कर दे रही हैं। अब इन कम्पनियों के नाम फॉर्चून की यूनिकॉर्न लिस्ट में शुमार हो गए हैं। भारत से ज्यादा यूनिकॉर्न कंपनियां केवल चीन और अमेरिका में हैं।
- पहली कम्पनी जौमेटो हैं,जिसकी कीमत करीब 1 बिलियन डॉलर है। रेस्ट्रॉन्ट सर्च करने के ऑपरेशन के साथ शुरु हुई जौमेटो भारत में लगातार उभरते मिडिल क्लास की वजह से तेजी से आगे बढ़ी है।
- दूसरा नाम हैं क्विकर का जिसकी कीमत 1 बिलियन डॉलर हैं। ऑनलाइन समान बेचने और ख़रीदने के लिए ये कम्पनी बनाई गयी।
- शॉपक्लूज का जिसकी कीमत 1.1 बिलियन डॉलर हैं। इस पर आप ऑनलाइन किसी भी तरह का समान ख़रीद सकते हैं।
- One97 Communications यानी पेटीएम का और इसकी कीमत 1.8 बिलियन डॉलर है। ये भारत की बड़ी मोबाइल इंटरनेट कंपनियों में से एक टॉप कंपनी है।
- ओला कैब्स जिसकी कीमत 5 बिलियन डॉलर हैं। ये ऑनलाइन ट्रान्स्पोर्ट कम्पनी हैं।
- स्नैपडील की कीमत 5 बिलियन डॉलर बताई गई है। ये एक बहुत बड़ी और नामी इ-कामर्स कम्पनी हैं।इस पर सामान खरीदा जाता हैं.
- इसके बाद नम्बर हैं फ्लिपकार्ट का और इसकी कीमत है 15 बिलियन डॉलर, ये भी एक ई-कॉमर्स कंपनी हैं। ये बिलकुल स्नैपडील की तरह हैं।इस पर भी सामान खरीदा जाता हैं.
ये सब भारत की कम्पनियाँ हैं जिन्होंने भारत का नाम रोशन कर रखा हैं।