बारिश के कारण जलभराव होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का करना पड़ा सामना
बारिश के कारण शहर के साथ ही गांवों में जलभराव होने से लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं, नदियों का जलस्तर बढ़ने से कटान का खतरा बढ़ गया है। शहर में जलनिकासी व सफाई व्यवस्था को लेकर अध्यक्ष ने बैठक करके समीक्षा की। गुरुवार की सुबह से ही रुक रुककर बारिश का सिलसिला जारी रहा। इससे जहां लोगों की दैनिक दिनचर्या प्रभावित हुई, वहीं आवागमन में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोई छतरी तो कोई पॉलीथिन के सहारे बारिश से बचाव करता दिखा।

बाढ़ कार्यखंड के अनुसार एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 57 सेमी. व अयोध्या में सरयू नदी लाल निशान से 135 सेमी. नीचे बह रही है। अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्यखंड बीएन शुक्ल का कहना है कि नदी का जलस्तर थोड़ा बढ़ा है लेकिन, अभी किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं हुआ है। लाल बहादुर शास्त्री कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम के कृषि वैज्ञानिक डॉ. उपेंद्रनाथ सिंह ने बताया कि जिले में करीब 65 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है। वहीं, नगर पालिका अध्यक्ष उजमा राशिद ने कार्यालय सभागार में बैठक करके शहर में सफाई व जलनिकासी व्यवस्था की समीक्षा की। अधिशासी अधिकारी को समस्या का समाधान कराने का निर्देश दिया।
गुरुवार को नदियों का जलस्तर
नदी खतरे का निशान जलस्तर
घाघरा 106.07 105.28
सरयू 92.73 91.38
घाघरा नदी में डिस्चार्ज पानी-59237 क्यूसेक।
नोट : यह आंकड़े दोपहर दो बजे तक के हैं, जलस्तर मीटर में है।





