प्रेमी-प्रेमिका को पंचायत ने बनाया भाई-बहन

बीना । बसाहारी टांढा से भागे एक ही गोत्र के प्रेमी युगल पंचायत के दबाव में शुक्रवार की शाम घर लौट आए। शनिवार सुबह समाज की दोबारा पंचायत बुलाई गई। पंचों ने सजा के तौर पर प्रेमी के हाथ पर लड़की से राखी बंधवा दी। साथ ही ताकीद किया कि भविष्य में इस तरह की गलती न हो। नहीं तो दोनों का मुंडन कर गांव में घुमाया जाएगा। पंचायत के इस फैसले पर पूरी बंजारा समाज सहमत हो गई।

प्रेमी-प्रेमिका को पंचायत ने बनाया भाई-बहन

पंचायत में बंजारों के मुखिया धरमा बंजारा, जैसा बंजारा, लालू बंजारा, उदा बंजारा ने अपने-अपने तर्क देते हुए कहा कि गुमान पिता भूरा बंजारा तथा विवाहित होते हुए भी लड़की ने कबीले की परम्परा के विरुद्ध काम किया है। सजा के तौर पर दोनों को जीवन भर भाई, बहन का रिश्ता निभाना होगा। पंचायत में शामिल हुए पूरे कुटुम्ब ने एक राय होकर कहा कि दोनों के लिए यही सजा ठीक रहेगी।

पंचायत के दबाव में लड़की ने प्रेमी के हाथ पर राखी बांधी

पंचायत के दबाव में प्रेमी युगल ने मुखियाओं का आदेश स्वीकार कर लिया। भरी पंचायत में लड़की ने अपने प्रेमी के हाथ पर राखी बांधी। कबीले की परम्परा के अनुसार लड़के ने अपनी ही प्रेमिका को 100 रुपए उपहार देकर पैर छुए। साथ ही पंचायत ने फैसला सुनाया कि उनकी यह पहली गलती है, इसलिए माफ किया जा रहा है।

अगर दोबारा गलती की तो दोनों का मुंडन करके पूरे गांव में घुमाया जाएगा। जिससे कबीले की परम्परा के विरुद्ध कोई भी अपने ही गोत्र की लड़कियों पर बुरी नजर न डाल सके। पंचायत के फैसले पर माता-पिता अपनी लड़की को तथा कबीले ने लड़के के परिवार की स्वीकार कर लिया।

यह था मामला

बसाहारी टांढा में बसे बंजारों के कबीले से रविवार को गुमान पिता भूरा बंजारा अपने ही गोत्र की लड़की को भगा ले गया था। समाज से बहिष्कृत होने के डर से बंजारों की पंचायत बैठी थी। जिसमें कुटुम्ब के मुखिया धरमा बंजारा, जेसा बंजारा, लालू बंजारा उदा बंजारा ने पूरे समुदाय की ओर से फैसला सुनाते हुए लड़के को आदेश दिया था कि वह दो दिन में लड़की को वापस लाए। ऐसा न होने पर उसे तथा उसके पूरे परिवार को समाज से बहिष्कृत कर टांढा से निकाल दिया जाएगा। पंचायत के दबाव में गुमान शुक्रवार की शाम लड़की के साथ घर वापस ले आया।

 

 

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