पीएम मोदी कल जाएंगे गुजरात, 4500 करोड़ से बन रहे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स का लेंगे जायजा

करीब 4,500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स 375 एकड़ में फैला है। इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा लाइटहाउस म्यूजियम (77 मीटर), 14 गैलरी, तटीय राज्यों का पवेलियन, चार थीम पार्क और एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को अपने गृह प्रदेश गुजरात जाएंगे। इस दौरे पर वह अहमदाबाद के लोथल में बन रहे नेशनल मरीन हेरिटेज कॉम्प्लेक्स (एनएमएचसी) की प्रगति का जायजा लेंगे और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे।
लोथल कभी सिंधु घाटी सभ्यता का अहम व्यापारिक केंद्र था। अब लोथल में देश की समुद्री विरासत को दिखाने के लिए भव्य कॉम्प्लेक्स बन रहा है। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, एनएमएचसी पीएम मोदी के पंच प्रण में से एक प्राचीन धरोहरों के संरक्षण का प्रतीक है। इस परियोजना का मकसद विकास भी, विरासत भी यानी इतिहास, शिक्षा, शोध और मनोरंजन का मेल है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि लोथल में हेरिटेज संग्रहालय का निर्माण इसलिए किया जा रहा है, ताकि हर नागरिक अपने इतिहास को आसानी से समझ सकें। इसमें नई तकनीक का इस्तेमाल होगा, जिससे उस प्राचीन समय की भव्यता को फिर से दिखाया जा सके।
375 एकड़ में फैला है कॉम्प्लेक्स
करीब 4,500 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा यह कॉम्प्लेक्स 375 एकड़ में फैला है। इसमें दुनिया का सबसे ऊंचा लाइटहाउस म्यूजियम (77 मीटर), 14 गैलरी, तटीय राज्यों का पवेलियन, चार थीम पार्क और एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट होगा। साथ ही 100 कमरों वाला टेंट सिटी और रिसॉर्ट, ई-कार सुविधा और 500 इलेक्ट्रिक गाड़ियों की पार्किंग भी होगी।
बढ़ेगा पर्यटन, मिलेगा हजारों को रोजगार
एनएमएचसी में रात का लाइट शो, लोथल की मिनी झलक और दुनिया की सबसे बड़ी अंडरवॉटर गैलरी पर्यटकों को खूब आकर्षित करेगी। इससे न सिर्फ सैलानियों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को ताकत मिलेगी और हजारों लोगों को नौकरी भी मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि यह कॉम्प्लेक्स भारत को समुद्री विरासत पर्यटन और शोध का बड़ा केंद्र बनाएगा और आत्मनिर्भर भारत की ओर अहम कदम होगा।