Big BREAKING: पीएम मोदी और नीतीश के इस बड़े प्लान से बिहार में हमेशा के लिए ख़त्म हो गयी कांग्रेस

कांग्रेस पार्टी को गुजरात के बाद अब बिहार के विधायकों पर भी नज़र रखनी पड़ेगी। खबर है कि बिहार में भी पार्टी के कुछ विधायकों के टूटने की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। वहीं, आरजेडी के तरफ से भी दावा किया जा रहा है कि जेडीयू के 20 से अधिक विधायक उनके संपर्क में हैं, जिसमें मुस्लिम और यादव विधायकों की संख्या अधिक है।पीएम मोदी और नीतीश के इस बड़े प्लान से

बता दें कि नीतीश कुमार पिछले हफ्ते बुधवार को महागठबंधन से अलग होकर गुरुवार को बीजेपी की मदद से छठी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं। तभी से मीडिया में खबर आ रही है कि आरजेडी और कांग्रेस के विधायक जेडीयू के संपर्क में हैं। बिहार में इस वक्त कांग्रेस के 27 एमएलए हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस वक्त 9 विधायक जेडीयू-बीजेपी गठबंधन के संपर्क में हैं।

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गुजरात में भी राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को करारा झटका लग चुका है। पार्टी के सबसे सीनियर नेताओं में से एक शंकर सिंह वाघेला ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। इसके अलावा, कांग्रेस के 6 विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है। राज्यसभा चुनाव तक विधायकों को एकजुट रखने के उद्देश्य से कांग्रेस ने सभी विधायकों को बेंगलुरु के एक रिजॉर्ट में भेज दिया था। हालांकि, विधायकों के मेजबान डी शिवकुमार पर इनकम टैक्स विभाग के छापे के बाद पार्टी के लिए असहज स्थिति है। अब बिहार में भी कुछ ऐसी ही स्थिती बनती नज़र आ रही है।

एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने बताया, ‘कांग्रेस के विधायक इस वक्त बहुत दयनीय स्थिति में हैं। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का कद लगातार घट ही रहा है। इस वजह से बिहार के कांग्रेसी विधायक काफी असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।’ अगर वाकई में कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़कर जेडीयू या आरजेडी में शामिल हो जाते हैं तो ये कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका होगा।

 
 
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