पाकिस्तान में दिलीप कुमार और Raj Kapoor की संपत्ति पर एक्शन, सरकार ने लिया बड़ा फैसला

1947 में विभाजन के बाद कई सारे फिल्म अभिनेता पाकिस्तान में अपना पुश्तैनी घर छोड़कर भारत के निवासी बन गए है। इस मामले में दिलीप कुमार और राज कपूर जैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं। लेकिन अब पड़ोसी मुल्क में उनकी धरोहर को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है, जो इनकी संपत्ति को सरंक्षित किए जाने के मामले से जुड़ी है। आइए मामले को थोड़ा और विस्तार से जानते हैं।
दिलीप कुमार और राज कपूर की धरोहर होंगी सरंक्षित
पाकिस्तान की खैबर पख्तूनख्वा प्रांतीय सरकार ने बुधवार को भारतीय फिल्म जगत के दिग्गज दिलीप कुमार और राज कपूर से जुड़ी ऐतिहासिक इमारतों के जीर्णोद्धार और संरक्षण के लिए 3.38 करोड़ रुपये मंजूर किए।
प्रांतीय मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और पर्यटन एवं पुरातत्व सलाहकार जाहिद खान शिनवारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस आवंटन को मंजूरी दी गई। बैठक में विश्व बैंक के केआटीई कार्यक्रम के तहत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में विरासत संरक्षण और पर्यटन संवर्धन के लिए प्रमुख परियोजनाओं को मंजूरी दी गई।
राज कपूर और दिलीप कुमार की ऐतिहासिक इमारतें, जिन्हें पाकिस्तान सरकार पहले ही राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर चुकी है, जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं। खैबर पख्तूनख्वा पुरातत्व विभाग ने दोनों इमारतों को दोनों अभिनेताओं के जीवन और करियर को समर्पित संग्रहालयों में बदलने की योजना बनाई है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने किया था बड़ा एलान
तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने 13 जुलाई 2014 को इन घरों को राष्ट्रीय धरोहर स्थल घोषित किया था। पुरातत्व विभाग के निदेशक डा. अब्दुस समद ने बताया कि सरकार इस संपत्ति का अधिग्रहण कर इसे संग्रहालय में बदलना चाहती है, जिसमें दिलीप कुमार और राज कपूर की पेशावर से मुंबई तक की यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें एक समर्पित गैलरी भी शामिल होगी।
मालूम हो कि सिर्फ दिलीप कुमार और राज कपूर रही नहीं बल्कि मनोज कुमार जैसे अन्य कई फिल्मी हस्तियां ऐसी रहीं, जिनके घरवालों ने विभाजन के बाद पाकिस्तान में अपनी संपत्ति को छोड़ दिया था।