पाक ने मानी सिद्धू की मांग, गुरुनानक देव जी जहां करते रहे खेती, वहां नहीं बनेगी कोई इमारत
पाकिस्तान में करतारपुर साहिब के इर्द-गिर्द की जिस 30 एकड़ जमीन पर गुरु नानक देव जी खुद खेती किया करते थे उस पर किसी तरह की इमारत नहीं बनेगी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर के चल रहे काम का रिव्यू करते हुए यह फैसला लिया है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने इस संबंध में इमरान को पत्र लिखा था। इस फैसले के लिए उन्होंने इमरान का आभार भी जताया है।
सिद्धू ने बीती 20 जनवरी को इमरान को लिखे पत्र में कई अन्य मांगें भी रखी थीं जिनमें से यह पहली मांग पूरी हुई है। सिद्धू ने पत्र में कहा था कि गुरुद्वारा साहिब के इर्द-गिर्द की 104 एकड़ जमीन पर किसी तरह की कोई इमारत न बनाई जाए। इसके अलावा इसके आसपास रास्ता बनाया जाए और जमीन का प्रयोग लंगर के लिए किया जाए।
सिद्धू द्वारा लिखा गया पत्र।
इस्लामाबाद में हुई मीटिंग में इमरान के अलावा वित्तमंत्री असद उमर, धार्मिक मामलों के मंत्री नुरूल हक कादरी भी मौजूद थे। करतापुर कॉरिडोर के लिए 1500 एकड़ जमीन एलोकेट की जा रही है। इसमें करतारपुर से लेकर भारत-पाक सीमा तक 6.8 किलोमीटर सड़क और रावी नदी पर 800 मीटर का पुल भी बनाया जाएगा। सिद्धू ने कहा है कि इमारत न बनाने का फैसला 12 करोड़ नानक नाम लेवा की इच्छा को पूरा करने वाला है। बाबा नानक ने जिस जमीन पर अपने हाथों से खेती की वह आने वाली पीढिय़ों को प्रेरित करेगी। यह सिखों के लिए एक बेहद खुशी का पल है।