पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राजस्थान में रात का पारा बढ़ा, फिलहाल शीतलहर से राहत

उत्तर भारत में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से राजस्थान में सर्दी का प्रभाव फिलहाल कमजोर पड़ा है। बीकानेर, जैसलमेर, चूरू, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर सहित उत्तर-पश्चिमी जिलों में बादल छाए रहने से न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इससे सुबह और शाम के समय चलने वाली ठंडी हवाओं और कड़ाके की सर्दी से लोगों को कुछ राहत मिली है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश में अगले पांच दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है, जबकि 18 दिसंबर से एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस सक्रिय हो सकता है। बीते 24 घंटों के दौरान बीकानेर संभाग के साथ-साथ जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, झुंझुनूं और सीकर के क्षेत्रों में हल्के बादल छाए रहे। बादलों की वजह से उत्तर दिशा से आने वाली ठंडी हवाएं कमजोर रहीं, जिससे शीतलहर का असर कम महसूस किया गया।
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के मुताबिक न्यूनतम तापमान में कई स्थानों पर बढ़ोतरी दर्ज हुई। सीकर के पास फतेहपुर में न्यूनतम तापमान बढ़कर 6.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। दौसा में 6.6, लूणकरणसर में 6.9, सीकर में 7.5, अलवर में 7.8, वनस्थली (टोंक) में 7.9, चूरू और भीलवाड़ा में 8.8, नागौर में 6.8, बारां में 8.3, श्रीगंगानगर में 9.9, जयपुर में 11.9, अजमेर में 10.8, कोटा में 10.9 और जोधपुर में 10.3 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
वहीं, बादल छाए रहने के कारण बीकानेर संभाग के क्षेत्रों में दिन के तापमान में हल्की गिरावट देखी गई। अधिकतम तापमान में करीब 1 डिग्री सेल्सियस तक की कमी आई। सबसे अधिक अधिकतम तापमान बाड़मेर में 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जोधपुर में 30.2, बीकानेर में 30.0, जैसलमेर में 29.9, उदयपुर और नागौर में 29.1, जालौर में 29.7, पाली में 29.4, फतेहपुर में 29.9, अजमेर में 28.7, भीलवाड़ा में 28.2, अलवर में 26.8 और जयपुर में अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में मौसम साफ रहने से तापमान में फिर उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।





