परेशान सरकार की बड़ी गुहार, शादी से पहले मत करो संभोग वरना…

ब्राजील की सरकार आजकल अपने देश के किशोरों के लिए बहुत चिंतित है. दरअसल, ब्राजील में टीनएज प्रेग्नेंसी रेट और एचआईवी इन्फेक्शन के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए सरकार युवाओं को शादी के लिए सेक्स बचाने का संदेश दे रही है.

ब्राजील की मानवाधिकार और परिवार मंत्री डामारेस एल्वेस युवाओं को संयम बरतने की सलाह देते हुए कहा, ‘हमारे देश के युवा सामाजिक दबाव में आकर शारीरिक संबंध बना रहे हैं. आप बिना सेक्स किए भी पार्टी में कई तरीके से मजा कर सकते हैं.’

डामारेस ने बताया कि अपनी नीति बनाने के लिए उन्होंने ‘आई चूज टू वेट’ नाम का एक अभियान शुरु किया है. इस अभियान के लिए उन्होंने उन चर्च के फादर्स से सलाह ली है जिनके सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स हैं.

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इसके साथ ही डामारेस ने लैटिन अमेरिका के सबसे बड़े देश ब्राजील में प्रजनन अधिकारों और यौन शिक्षा के बारे में बहस छेड़ दी है. लेफ्ट पार्टी और आलोचकों का कहना है कि सेक्स पर संयम का जोर देकर युवाओं को गलत तरीके से सेक्स के बारे में समझाया जा रहा है जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

ब्राजील के लॉ प्रोफेसर और सामाजिक कार्यकर्ता देबोरा डिनिज का कहना है कि सेक्स पर अब तक की बनी सभी संयम नीतियां न सिर्फ अप्रभावी हैं, बल्कि किशोर गर्भावस्था और यौन संबंधित रोगों में भी ये असफल साबित हुई हैं.’ डिनिज का कहना है कि हम धार्मिक मान्यताओं के आधार पर सरकारी नीति बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और उनके सहयोगियों का कहना है कि उनके वामपंथी प्रतिद्वंद्वियों ने कम उम्र में यौन संबंध बनाने के लिए किशोरों को प्रोत्साहित किया है.

वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार के इस अभियान से किशोर गर्भावस्था पर अंकुश लगाने की अब तक की कोशिशों को नुकसान पहुंच सकता है.

ब्राजील की किशोर गर्भावस्था दर पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. जहां वैश्विक स्तर पर टीनएज प्रेंग्नेंसी दर 44 फीसदी है वहीं  ब्राजील में ये दर लगभग 62 फीसदी है.

ब्राजील में यौन संक्रमण के भी मामले तेजी से बढ़े हैं.  स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 2018 में यौन संबंधित रोगों में के 43,941 नए मामले सामने आए हैं जो 2014 तुलना में 41 प्रतिशत ज्यादा हैं.

कैबिनेट मंत्री एल्विस का कहना है कि सरकार मौजूदा कॉन्ट्रासेप्टिव के अलावा गर्भनिरोधक के दूसरे उपाय भी लाने पर जोर दे रही है. एल्विस का कहना है कि सरकार का इरादा लोगों पर अपनी नीति थोपने का नहीं बल्कि उन्हें सूचित और शिक्षित करने का है.

ब्राजील में ज्यादातर 15 साल तक की लड़कियों के बच्चे हैं और इन टीनएज माओं के लिए कई तरह के होम स्कूलिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं ताकि वो बच्चा पालने के साथ-साथ पढ़ाई भी कर सकें.

 

 

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