पंजाब: सैटेलाइन से निगरानी में पकड़े जा रहे पराली जलाने के मामले, मेल नहीं खा रहे पीपीसीबी के आंकड़े

पीयू-पीजीआई के सैटेलाइट डाटा के अनुसार पंजाब में अब तक कुल 145 मामले सामने आए हैं जिसमें सबसे अधिक मामले अमृतसर, तरनतारन और पटियाला से सामने आ रहे हैं।

पंजाब में धान की कटाई के साथ ही पराली जलाने के मामले आने शुरू हो गए हैं। पंजाब यूनिवर्सिटी (पीयू) और पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (पीजीआई) चंडीगढ़ की संयुक्त टीम भी इन मामलों पर नजर रख रही है। पराली जलाने के जो मामले पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) की निगाह में नहीं आ रहे हैं उन्हें पीयू-पीजीआई की टीम सैटेलाइट से पकड़ रही है। यही कारण है कि पीपीसीबी के आंकड़े इससे मेल नहीं खा रहे।

पीयू-पीजीआई के सैटेलाइट डाटा के अनुसार पंजाब में अब तक कुल 145 मामले सामने आए हैं जिसमें सबसे अधिक मामले अमृतसर, तरनतारन और पटियाला से सामने आ रहे हैं। प्रदेश में से 75 प्रतिशत मामले इन्हीं तीन जिलों से आ रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार हरियाणा से अब तक पराली जलाने के 73 मामले सामने आए हैं जिनमें झज्जर और सोनीपत में 11-11 और गुरुग्राम में 8 मामले सामने आए हैं। पीजीआई से इस टीम का नेतृत्व सामुदायिक चिकित्सा विभाग के प्रोफेसर डाॅ. रविंद्र खैवाल कर रहे हैं। खैवाल ने बताया कि अभी फिलहाल पराली जलाने के मामले इतने अधिक नहीं है जिसके चलते वायु गुणवत्ता पर भी इनका अधिक प्रभाव नहीं है।

किसानों में बढ़ रही जागरूकता
वायु गुणवत्ता प्रबंधन और पंजाब व हरियाणा दोनों राज्यों ने जमीनी स्तर निगरानी बढ़ाई है और साथ ही किसानों में भी जागरूकता बढ़ी है। इस कारण पिछले वर्षों के मुकाबले फिलाहल पराली जलाने के कम मामले सामने आए हैं। आने वाले दिनों में इसमें बढ़ोतरी हो सकती है। 15 अक्तूबर के बाद धान की कटाई जोर पकड़ती है जिस कारण अक्तूबर आखिर और नवंबर की शुरुआत में पराली जलाने के अधिक मामले सामने आ सकते हैं। पीपीसीबी के अनुसार अब तक पराली जलाने के 95 मामले सामने आए हैं जबकि पीयू-पीजीआई ने अब तक अपनी रिपोर्ट में 145 मामले दर्ज किए हैं। इस तरह विभाग की निगरानी से जो बच रहे हैं, उन मामलों को पीयू-पीजीआई की टीम सैटेलाइट की मदद से पकड़ रही है। इसका अंदाजा यहीं से लगाया जा सकता है कि पीपीसीबी की रिपोर्ट में पिछले छह दिनों के दौरान कोई मामला दर्ज नहीं किया है जबकि पीयू-पीजीआई के डाटा के अनुसार 30 सितंबर को 12, 1 अक्तूबर 11, 2 अक्तूबर 2, 3 अक्तूबर 8, 4 अक्तूबर 11 और 5 अक्तूबर को 8 मामले सामने आए।

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