पंजाब: तरनतारन में वोटिंग से तीन दिन पहले SSP ग्रेवाल सस्पेंड

चुनाव आयोग ने तरनतारन उपचुनाव की वोटिंग से ठीक तीन दिन पहले स्थानीय एसएसपी डॉ. रवजोत कौर ग्रेवाल को सस्पेंड कर दिया है। उनपर पद का दुुरुपयोग कर स्थानीय पार्षद व सरपंचों को अवैध हिरासत में रखने के आरोप के बाद यह कार्रवाई की गई है। शिरोमणि अकाली दल ने प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी सिबिन सी को एसएसपी ग्रेवाल के खिलाफ शिकायत दी थी।

एसएसपी पर आम आदमी पार्टी के इशारे पर अकाली दल के कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें अवैध हिरासत में रखने का आरोप लगाया था। शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल ने एसएसपी ग्रेवाल के अलावा दो डीएसपी का तबादला करने की मांग की थी। अकाली दल के एडवोकेट अर्शदीप सिंह कलेर ने दिल्ली में चुनाव आयोग को भी इस मामले की शिकायत दी थी।

ग्रेवाल की जगह अमृतसर के सीपी गुरप्रीत सिंह भुल्लर (आईपीएस) को एसएसपी तरनतारन का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। उधर, जोन कमिश्रर ने एसएसपी तरनतारन के लिए तीन अधिकारियों का पैनल मांग लिया है। डॉ. ग्रेवाल तरनतारन की पहली महिला एसएसपी थीं और करीब दो माह पहले ही उन्हें यहां की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

आप उम्मीदवार का समर्थन करने का बनाया दबाव
अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ पार्टी उम्मीदवार सुखविंदर कौर रंधावा ने एसएसपी डॉ. रवजोत कौर ग्रेवाल, एसपी (डिटेक्टिव) रिपूरपन सिंह और सीआईए स्टाफ इंचार्ज प्रभजीत सिंह पर पद का दुरुपयोग कर अकाली कार्यकर्ताओं पर अवैध छापे मारने का आरोप लगाया। कहा कि वार्ड नंबर 14 से अकाली पार्षद शाम सिंह, सरपंच वरिंदर सिंह और पूर्व सरपंच बलविंदर सिंह को पुलिस ने अवैध हिरासत में रखा।

उन्हें आप उम्मीदवार हरमीत सिंह संधू का समर्थन न करने पर झूठे मामले में फंसाने की धमकी दी गई। अकाली दल ने आरोप लगाया कि इस तरह का पक्षपातपूर्ण रवैया चुनावों के दौरान पुलिस बल के नियमों का उल्लंघन है। जब तक ये अधिकारी पद पर हैं, तब तक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं हैं। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि एसपी रिपूरपन सिंह और इंस्पेक्टर प्रभजीत सिंह लंबे समय से तरनतारन में ही तैनात हैं।

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