नीट व जेईई-मुख्य परीक्षा : कोविद प्रोटोकॉल का पूरी तरह से होगा पालन

नई दिल्ली। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी आगामी सितंबर में होने जा रही मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में कोविद प्रोटोकॉल को पूरी तरह से लागू करेगी। इसके लिए परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाने, एक सीट छोड़कर बैठाने, प्रत्येक कमरे में कम उम्मीदवारों को बैठाने और प्रवेश व निकास की अलग व्यवस्था जैसे कदम शामिल है।

जानकारी के मुताबिक़ एनटीए इन प्रवेश परीक्षाओं में यह व्यवस्था कोरोना महमारी के मद्देनजर केंद्रों पर सामाजिक दूरी के नियम का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए करेगी। शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी केव मुताबिक़ परीक्षाएं निर्धारित समय पर जेईई एक से छह सितंबर के बीच होगी और नीट-स्नातक परीक्षा 13 सितंबर को कराने की योजना है।

एनटीए के मुताबिक़ परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को फेस मास्क पहनना जरूरी है। परीक्षा देते हुए उन्हें गलव्स, पानी की बोतल और सैनिटाइजर लाना होगा। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र पर सामाजिक दूरी का भी ध्यान रखना होगा। परीक्षार्थियों को कम से कम 6 फीट की दूरी बनाकर रखनी होगी। परीक्षा केंद्र में जाने से पहले हर परीक्षार्थी को हाथ धोने होंगे। परीक्षा केंद्रों पर हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था होगी।

एनटीए के मुताबिक़ नीट परीक्षा अब 2,546 केंद्रों के बजाय 3,843 केंद्रों पर होगी। इसके अलावा जेईई-मुख्य परीक्षा के लिए पालियों की संख्या आठ से बढ़ाकर 12 कर दी गई है। प्रत्येक पाली में विद्यार्थियों की संख्या अब 1.32 लाख से घटकर 85,000 हो गई है। स्टाफ के सदस्यों और परीक्षार्थियों का प्रवेश द्वार पर थर्मोगन से फीवर चेक होगा। किसी परीक्षार्थी में कोई कोविड-19 के कोई लक्षण पाए गए तो उसे अलग आइसोलेशन कमरे में बैठाया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि परीक्षार्थियों और अभिभावकों ने कोरोना वायरस की वजह से परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, द्रमुक प्रमुक एमके स्टालिन और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत कई विपक्षी नेताओं ने भी परीक्षा स्थगित करने की मांग की है। इस मामले में हाईकोर्ट में याचिका भी हुई थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था।

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