नजरें मिलते ही हो जाता है प्यार, तो यह हो सकता है इमोफिलिया; यहां जानें इसके नुकसान

क्या आप भी किसी ऐसे से मिले हैं जिन्हें आए दिन प्यार होता रहता है? कोई किसी से पहली बार मिल रहा हो और उसे देखते ही अपना जीवनसाथी मान ले या देखते ही प्यार हो जाए तो ये लक्षण इमोफिलिया के हो सकते हैं। इमोफिलिया एक ऐसी प्रवृत्ति है जिसमें लोग बहुत जल्दी प्यार में पड़ जाते हैं जिससे सीरियस रिलेशनशिप में खतरे बढ़ सकते हैं।

यह सुनकर बड़ा ही रोमांचक एहसास हो सकता है कि किसी व्यक्ति को जीवन में बार-बार प्यार होता है लेकिन सीरियस रिलेशनशिप के लिए यह खतरे की घंटी हो सकती है। अगर पहली ही मुलाकात में लोगों के दिलों में प्यार के लड्डू फूटने लगे तो यह बहुत बड़ा रेड फ्लैग है और ऐसे व्यक्ति से सतर्क हो जाने की जरूरत है। आइए इस प्रवृत्ति और इससे होने वाले नुकसानों के बारे में जानें।

ये इमोफिलिया क्या है
यह देखते ही प्यार में पड़ जाने की प्रवृत्ति होती है। इसमें लोग हड़बड़ाहट में रोमांटिक रिश्तों में बंध जाते हैं। जिन लोगों में यह प्रवृत्ति ज्यादा होती उनका नेगेटिव पर्सनालिटी के लोगों की तरफ आकर्षित होने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में वो रेड फ्लैग्स को भी नजरअंदाज कर देते हैं। जिससे आगे जाकर उन्हें गलत रिश्ते में बंधने का पछतावा भी होता है।

उठाना पड़ता है नुकसान
इमोफिलिया के शिकार लोगों की इस सोच की वजह से वो अपनी जिंदगी की सबसे कीमती चीज बर्बाद कर देते हैं और वो है समय। इतना ही नहीं प्यार में जल्दी पड़ने की इस आदत की वजह से अपने पार्टनर को खुश करने के लिए खूब पैसे भी खर्च करते हैं। ऐसा वो उस इंसान के लिए कर रहे होते हैं, जिनसे उनकी अभी-अभी जान-पहचान हुई। अगर वह रिलेशनशिप लंबा नहीं चलता, तो उन्हे समय के साथ पैसों का भी नुकसान उठाना पड़ता है।

इस तरह कर सकते हैं अपना बचाव
अगर आपमें भी इमोफिलिया के लक्षण हैं तो सबसे पहले अपने इमोशन पर कंट्रोल करना सीखें। आपको अपने पार्टनर में क्या चाहिए उसकी एक चेकलिस्ट बनाएं। जैसे उसकी पर्सनालिटी, उसकी हाजिरजवाबी या चतुराई। इसके साथ ही भरोसा, सम्मान और आजादी जैसी चीजों से बिल्कुल भी समझौता ना करें। इसके साथ ही उन रेड फ्लैग्स की भी एक लिस्ट बनाएं, जिनसे आपको बचकर रहना है और आप अपने पार्टनर में ऐसा नहीं चाहते।

अपनों की बातों को अनसुना न करें
जिन लोगों में इमोफिलिया की प्रवृत्ति होती है वो उस समय सिर्फ उसी एक व्यक्ति पर फोकस कर रहा होता है, बाकी की नहीं सुनता। भले ही आप सोचने-समझने की स्थिति में ना हों लेकिन आपके दोस्त या परिवार के कोई करीबी खतरे को बेहतर भांप सकते हैं। ऐसे में उनकी चेतावनियों को अनसुना ना करें। हो सकता है ऐसा ना करने से आपको बाद में पछताना पड़े।

थोड़े प्रैक्टिकल भी बनें
अगर आप पहले भी अपनी इस आदत की वजह से गलत रिश्तों में पड़ चुके हैं तो अपने पुराने रिश्तों के नाकाम होने की वजहों पर गौर करें। ऐसा नहीं है कि पहले अगर रिश्ते नहीं चल पाए तो आपको कभी भी बेहतर लाइफ पार्टनर नहीं मिल सकता। बस अपने चॉइस को लेकर थोड़ा प्रैक्टिकल तरीका अपनाएं। अपने रिलेशनशिप पैटर्न को समझें और सही निर्णय लेकर आगे बढ़ें।

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