धमाके के लिए जुटाए 20 लाख रुपये, पैसों को लेकर हो गया आतंकियों में विवाद

दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट मामले में NIA ने खुलासा किया है कि आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद ने सिग्नल ऐप पर एक ग्रुप बनाया था। डॉ. मुजम्मिल, डॉ. अदील, उमर और शाहीन ने मिलकर 20 लाख रुपये जुटाए थे, जिसे उमर को सौंपा गया। इस रकम से IED बनाने के लिए उर्वरक खरीदा गया। उमर और मुजम्मिल के बीच पैसों को लेकर विवाद भी था।
दिल्ली में लाल किला मेट्रो के पास हुए कार ब्लास्ट को लेकर NIA की ओर से एक और खुलासा हुआ है। एजेंसी के सूत्रों ने बताया है कि ब्लास्ट से पहले डॉ उमर मोहम्मद ने सिग्नल ऐप एक ग्रुप बनाया था और इसमें चार लोगों को जोड़ा था।
वहीं लाल किला विस्फोट के आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. अदील, उमर और शाहीन ने मिलकर लगभग 20 लाख रुपये नकद जुटाए थे। ये रकम उमर को सौंपा गया था। इसके बाद में उन्होंने गुरुग्राम, नूंह और आसपास के इलाकों से IED तैयार करने के लिए 3 लाख रुपये का 20 क्विंटल से ज्यादा NPK उर्वरक खरीदा था। इसके साथ ही डॉ उमर और डॉ. मुजम्मिल के बीच पैसों का विवाद भी था।
6 दिसंबर को था धमाके का प्लान
जांच के दौरान यह सामने आया कि विस्फोटकों से लदी कार चला रहे डॉ. उमर नबी ने 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी के मौके पर यहां हमला करने की योजना बनाई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि उमर नबी ने छह दिसंबर को बाबरी ढांचा विध्वंस की बरसी के आसपास एक शक्तिशाली विस्फोट की योजना बनाई थी। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पूछताछ और उनके परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों से बातचीत के बाद उसकी योजना का ब्योरा मिला है।





