“दौसा विधायक के घर पर एक महीने में तीन चोरियां, दीनदयाल बैरवा बोले – भजनलाल सरकार मेरे पीछे पड़ी है”

राजस्थान के दौसा जिले से कांग्रेस विधायक दीनदयाल बैरवा इन दिनों पुलिस और राज्य सरकार को लेकर अपने तीखे बयानों के कारण चर्चा में हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके विधायक निवास पर पिछले एक महीने में तीन बार चोरियां हो चुकी हैं, लेकिन अब तक एक भी मामले का खुलासा नहीं हुआ है। उन्होंने इस पूरी स्थिति को लेकर पुलिस पर सवाल उठाए हैं और राजस्थान की भजनलाल सरकार को सीधे तौर पर जिम्मेदार ठहराया है।
विधायक बैरवा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट करते हुए लिखा कि जब एक विधायक का निवास सुरक्षित नहीं है तो आम जनता कितनी सुरक्षित होगी? उन्होंने बताया कि 11 जून को उनका मोबाइल चोरी हुआ, 14 जून को निवास से मोटरसाइकिल चोरी हो गई और 6 जुलाई की रात को ट्रैक्टर-ट्रॉली चोरी हो गई। इन तीनों ही मामलों में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बैरवा ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तब जाकर पुलिस हरकत में आई। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते पुलिस सजग होती तो शायद ये घटनाएं रोकी जा सकती थीं। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें सुरक्षा में भी सौतेला व्यवहार झेलना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दौसा जिले के अन्य विधायकों को दो-दो PSO (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) दिए गए हैं, जबकि उन्हें केवल एक PSO मिला है। उन्होंने इसके लिए दौसा एसपी, जयपुर स्तर पर अधिकारियों और विधानसभा अध्यक्ष को भी पत्र लिखे हैं, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
दीनदयाल बैरवा ने कहा कि “विधायक चाहे किसी भी पार्टी का हो, वह जनप्रतिनिधि होता है और सुरक्षा उसका अधिकार है।” उन्होंने आरोप लगाया कि भजनलाल सरकार उनके साथ भेदभाव कर रही है और उन्हें जानबूझकर टारगेट किया जा रहा है। इस पूरे मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोग इसे कांग्रेस विधायक पर राजनीतिक दबाव मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे प्रशासनिक लापरवाही करार दे रहे हैं। अब देखना होगा कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या विधायक की शिकायतों पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।