दुल्हन हुई बीमार तो बेसब्र हुआ दूल्हा, बैंड बाजे के साथ धमक गया अस्पताल, गोद में उठाकर ले लिए फेरे

प्यार के कई किस्से सामने आते हैं. अब एक दूल्हे के सच्चे प्यार का ताजा मामला मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले से सामने आया है. जिले के ब्यावरा शहर में एक अनोखी शादी हुई जो सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बंटोर रही है. दरअसल, यहां एक लड़का लड़की की शादी होने वाली थी. मगर, बारात आने से पहले ही दुल्हन की तबियत खराब हो गई. फिर क्या था दूल्हा बैंड बाजे के साथ अस्पताल पहुंच गया और शादी की सारी रस्में वहीं पूरी कीं. दूल्हे ने दुल्हन को गोद में उठाकर सात फेरे लिए.
आदित्य नाम के दूल्हे से होनी थी शादी
नंदनी नाम की दुल्हन की शादी आदित्य नाम के दूल्हे से होनी थी. शादी से पहले नंदनी बीमार हो गई. अगर उस दिन शादी नहीं होती, तो दो साल तक कोई मुहूर्त नहीं था. इसी वजह से दूल्हे ने अस्पताल में शादी करने का फैसला लिया. यह शादी ब्यावरा के पंजाबी नर्सिंग होम में हुई.
यह है पूरा मामला
दरअसल, ब्यावरा के परमसिटी कॉलोनी के रहने वाले जगदीश सिंह सिकरवार के भांजे आदित्य सिंह की शादी कुंभराज की रहने वाली स्वर्गीय बलवीर सिंह सौलंकी की बेटी नंदनी से तय हुई थी. शादी 1 मई को अक्षय तृतीया के दिन कुंभराज के पास पुरषोत्तमपुरा गांव में होनी थी. मगर, शादी से 5 दिन पहले ही दुल्हन नंदनी की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उन्हें 24 अप्रैल को ब्यावरा शहर के पंजाबी नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया.
डॉक्टर जेके पंजाबी ने बताया कि नंदनी की तबीयत ज्यादा खराब होने के कारण उन्हें आराम करने की सलाह दी गई थी. जब परिवार वालों ने अक्षय तृतीया के शुभ मुहूर्त में ही शादी करने की बात की, तो डॉक्टर ने कहा कि दुल्हन ज्यादा देर तक बैठ नहीं सकती. इसके बाद परिवार वालों ने डॉक्टर से सलाह करके हॉस्पिटल में ही शादी करने का फैसला किया.
ऐसे हुई धूमधाम से शादी
बुधवार की रात को दूल्हा आदित्य अपनी दुल्हन से शादी करने के लिए बैंड बाजे के साथ अस्पताल पहुंचा. वह घोड़ी पर चढ़ा हुआ था और बैंड बाजे बज रहे थे. हॉस्पिटल में ही सबके सामने वैदिक मंत्रों के साथ शादी की सभी रस्में पूरी की गईं. शादी के दौरान दुल्हन नंदनी की चलने की हालत नहीं थी. इसलिए दूल्हे आदित्य ने हॉस्पिटल में सजाए गए मंडप के बीच दुल्हन को गोद में उठाकर ही 7 फेरे लिए. दुल्हन की मांग भरी और मंगलसूत्र भी पहनाया.